योगिनी एकादशी 2023: आज योगिनी एकादशी पर पाएं भगवान विष्णु की कृपा और पाएं मनचाहा वर

0 642
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का बहुत महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल के हर महीने में दो बार एकादशी व्रत रखा जाता है। निर्जला एकादशी और देवशयनी एकादशी के बीच आने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन एकादशी का व्रत रखने, भगवान विष्णु की कथा सुनने और विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करने से मन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। योगिनी एकादशी के दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 13 जून को सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर हो रहा है, इस तिथि का समापन 14 जून, बुधवार को सुबह 8 बजकर 48 मिनट पर होगा.

योगिनी एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त: योगिनी एकादशी के दिन कई शुभ मुहूर्त होते हैं।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 51 मिनट से दोपहर 03 बजकर 44 मिनट तक
अमृत ​​काल: 14 जून को सुबह 06 बजकर 26 मिनट से 08 बजकर 02 मिनट तक
निशिता मुहूर्त : 14 जून दोपहर 12:17 बजे से देर रात 01:00 बजे तक

योगिनी एकादशी व्रत का महत्व योगिनी एकादशी पर: सनातन धर्म में मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से सारे दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं। योगिनी एकादशी के व्रत का महत्व इसलिए भी है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मृत्यु के बाद इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने का फल मिलता है। योगिनी एकादशी के दिन गंगा स्नान और दान करने का विशेष महत्व है।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.