क्या सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी को राहत से बढ़ेगी सीएम नीतीश की चिंता?
राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की देशभर में चर्चा हो रही है. इस फैसले के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता काफी खुश हैं, लेकिन क्या ये फैसला नीतीश कुमार के लिए चिंता का विषय है? और जेडीयू और नीतीश कुमार की आगे की रणनीति क्या होगी? इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को कहा कि नीतीश कुमार पहले से ही हताश और निराश हैं. अब तो उनकी बची-खुची उम्मीद भी खत्म हो गई है. वह न घर के रहे न घाट के. निश्चित तौर पर नीतीश कुमार को उम्मीद थी कि जिस तरह देवेगौड़ा प्रधानमंत्री बने, उसी तरह हम भी प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन अब वह निराश हैं. वहीं, इस पर राजनीतिक विश्लेषक अरुण कुमार पांडे ने कहा कि जहां तक नीतीश कुमार राहुल गांधी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात है तो हमें नहीं लगता कि जेडीयू और नीतीश कुमार निराश होंगे.
लोकसभा चुनाव आते-आते जेडीयू और बीजेपी के बीच भगदड़ मच जाएगी
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जेडीयू में भगदड़ मची हुई है. यही वजह है कि वह अपने विधायक, सांसद और पूर्व विधायक को फोन कर रहे हैं. वह डरा हुआ और सहमा हुआ था. ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव आते-आते जेडीयू में पूरी तरह से भगदड़ मच जाएगी और उन्हें जाना पड़ेगा. इसके साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता राम विलास डॉ. विनीत सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिना स्वार्थ के कोई काम नहीं करते हैं. पहले उन्हें लगा कि हमें प्रधानमंत्री के चेहरे के तौर पर आगे किया जा सकता है. ऐसा नहीं हुआ, फिर उन्हें संयोजक बनाने की बात हुई, वो भी नहीं हुआ. इसीलिए उन्होंने गुस्से में बेंगलुरु छोड़ दिया. निश्चित तौर पर राहुल गांधी के आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है और कांग्रेस ‘भारत’ की सभी पार्टियों में सबसे बड़ी पार्टी है.
‘नीतीश कुमार भारत से भागने वाले पहले व्यक्ति होंगे’
डॉ. विनीत सिंह ने कहा कि अगर कोर्ट राहुल गांधी को आदेश दे कि उनकी सदस्यता बहाल कर दी जाए तो वह बंगले में लौट आएंगे और अगर राहुल गांधी चुनाव लड़ सकते हैं तो यह नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका होगा. उम्मीद है कि नीतीश कुमार ‘भारत’ से भागने वाले पहले व्यक्ति होंगे. अरविंद केजरीवाल भी जाएंगे. राहुल गांधी के आने के बाद कांग्रेस का आकार बढ़ेगा. नीतीश कुमार अपने स्वार्थ के कारण दो-तीन बार लौट चुके हैं, फिर ऐसा कैसे होगा कि नीतीश कुमार सभी दलों को एक कर लें और खुद प्रधानमंत्री न बनें, यह उन्हें बर्दाश्त नहीं होगा. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी बहुत दुखी है.
राहुल गांधी होंगे ‘भारत’ का चेहरा- अरुण कुमार पांडे
एलजेपी-आर नेता ने कहा कि जेडीयू ने जब भी कोई कार्यक्रम किया है तो देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो, का नारा लगाया है. नीतीश कुमार की यह खासियत है कि वह खुद से बात नहीं करते. वह अपने कार्यकर्ताओं को बुलाते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास भले ही 16 सांसद हों, लेकिन उन्होंने पहले ही सोच लिया था कि हम जोड़-तोड़ कर प्रधानमंत्री बन जायेंगे, लेकिन अब यह भी संभव नहीं है. वहीं, इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक अरुण कुमार पांडे ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि राहुल गांधी ही ‘भारत’ का चेहरा होंगे. सबसे पहले सवाल था कि चेहरा कौन होगा? इस पर कई बार सवाल उठ चुके हैं, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है। जहां तक नीतीश कुमार की बात है तो वह पूरे विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं और कोई उन्हें प्रधानमंत्री का चेहरा भी नहीं बना रहा है. यही कारण है कि वे कहते थे कि हमें प्रधानमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
कांग्रेस का मनोबल बढ़ा हुआ है.
एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि अगर स्थिति पर गौर किया गया होता तो कहानी कुछ और होती. लेकिन अब ये भी संभव नहीं है. कहा कि अब ‘भारत’ को ताकत मिलेगी और मजबूत होगा। कांग्रेस हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव पहले ही जीत चुकी थी, इसलिए मनोबल ऊंचा था. ऐसे में राहुल गांधी के आने से कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा.