स्मार्टफोन का रियर कैमरा हमेशा लेफ्ट साइड क्यों होता है? जाने दिलचस्प कारण
स्मार्टफोन आज के समय में लगभग सभी के लिए जरूरी है। ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल कॉल पर बात करने के साथ-साथ मैसेज, तस्वीरें और वीडियो लेने के लिए करते हैं। पुराने जमाने में स्मार्टफोन में सिर्फ एक कैमरा होता था। समय के साथ हुए बदलावों के चलते आज 2 और 3 ही नहीं बल्कि 4 कैमरे भी देखने को मिल रहे हैं। पहले के मुकाबले अब तस्वीरें भी काफी अच्छी निकली हैं। कई बार इससे डीएसएलआर कैमरे फेल हो जाते हैं।
क्या आपने कभी स्मार्टफोन के कैमरे पर ध्यान दिया है? रियर कैमरा हमेशा पिक क्यों नहीं होता, इसके पीछे क्या कारण है। कैमरा स्मार्टफोन की खूबसूरती को भी बढ़ाता है।
लेआउट एक बड़ा कारण है
जैसा कि आप जानते हैं कि शुरुआती दिनों में कैमरा स्मार्टफोन के बीच में होता था। एक जमाना था जब एक ही कैमरा हुआ करता था। लेकिन आज इसकी संख्या बढ़ गई है। लेआउट बनाते समय स्मार्टफोन की खूबसूरती को देखते हुए इसे लिस्ट किया गया है। इसकी शुरुआत सबसे पहले Apple कंपनी ने की थी। यह न केवल स्मार्टफोन की सुंदरता को बढ़ाता है बल्कि लोगों के लिए तस्वीरें और वीडियो लेना भी आसान बनाता है।
यह है बड़ी वजह
स्मार्टफोन में बायीं तरफ बैक कैमरा देने के पीछे लैंडस्केप मोड सबसे बड़ा कारण है। दरअसल, लैंडस्केप मोड में तस्वीरें लेते समय उंगलियां कैमरे के ऊपर नहीं जाती हैं, इसलिए उन्हें हमेशा बाईं ओर दिया जाता है। दूसरी ओर, चूंकि यह बायीं ओर है, उंगलियां इस पर बार-बार नहीं जातीं। कैमरे के लेंस पर बार-बार उंगलियां जाने से वह धुंधला हो जाता है। यह अच्छी तस्वीरें नहीं बनाता है। इसलिए रियर कैमरा बायीं तरफ है।
ये दिक्कतें कैमरा सेंटर में होने से आती हैं
शुरुआती दिनों में कई कंपनियों ने सेंटर में कैमरे मुहैया कराए। यह वास्तव में लेंस की खराबी का कारण बनता है। इसके अलावा ज्यादातर लोग स्मार्टफोन को राइट हैंड से ऑपरेट करते हैं। अगर कैमरा भी उसी तरफ है, तो बार-बार उंगली के संपर्क में आने से लेंस खराब होने की आशंका रहती है। तस्वीरें लेने के दौरान भी यह हाथ से फिसलता नहीं है। इसके अलावा लेफ्ट साइड देने से भी स्मार्टफोन की खूबसूरती बढ़ जाती है। हालांकि अभी तक इसके पीछे की कोई खास वजह सामने नहीं आई है।