कौन हैं वो 4 आरोपी, जिनके बयान पर हुई केजरीवाल की गिरफ्तारी
केजरीवाल ने खुद अपनी दलीलें रखीं. केजरीवाल ने कहा, ‘ये केस दो साल पहले से चल रहा है. अगस्त 2022 में सीबीआई ने केस फाइल किया था. फिर ईडी ने केस दर्ज किया. मुझे गिरफ्तार किया है. न मुझे किसी कोर्ट ने दोषी ठहराया है और न ही आरोप तय हुए हैं.’
केजरीवाल ने इस दौरान मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों के बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘मैं केवल ये जानना चाहता हूं, क्या ये चार बयान एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं?’
पर ये चार आरोपी कौन हैं, जिनके बयानों का जिक्र केजरीवाल ने किया. केजरीवाल ने ये भी दावा किया कि जब तक इन्होंने मेरा नाम नहीं लिया, तब तक इनसे बयान लिए जाते रहे.
कौन हैं वो 4 आरोपी?
- सी. अरविंद
- कौन हैंः दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पीए रहे हैं. ईडी ने दावा किया था कि पूछताछ में सी. अरविंद ने बताया था कि सीएम केजरीवाल के आवास पर एक बैठक हुई थी, जिसमें मनीष सिसोदिया ने उन्हें शराब नीति का ड्राफ्ट सौंपा था.
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केजरीवाल का दावाः मेरे घर पर ढेरों मंत्री आते हैं. वो आपस में खुसुर-पुसुर करते हैं, डॉक्यूमेंट्स देते हैं. क्या ये बयान एक सीएम को अरेस्ट करने के लिए काफी है?
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- मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी
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कौन हैंः आंध्र प्रदेश की ओंगोले लोकसभा सीट से वाईएसआर कांग्रेस के सांसद हैं. ईडी को उन्होंने बताया था कि अखबार में नई शराब नीति का विज्ञापन देखने के बाद 16 मार्च 2021 को उन्होंने सीएम केजरीवाल से मुलाकात की थी. श्रीनिवासुलु रेड्डी बाद में सरकारी गवाह बन गए.
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केजरीवाल का दावाः बयान पर बयान दर्ज हो रहे थे जब तक वो मेरे खिलाफ बयान नहीं दे रहे थे. इसका मतलब ईडी का मकसद मुझे फंसाना था.