जब ये 2 कामकाजी महिलाएं हों तो पुरुषों को गलती से भी नहीं देखना चाहिए, नहीं तो झेलने पड़ेंगे अत्याचार
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने गरुड़ की जिज्ञासा को शांत करने के लिए जो भी उत्तर दिया उसका उल्लेख गरुड़ पुराण में है। इसमें 19 हजार से अधिक श्लोक हैं जिनमें पाप और पुष्य का उल्लेख है। इस प्रकार मनुष्य कर्म के जाल में उलझा हुआ है। उसे ऐसे कर्म भोगने ही पड़ते हैं। यदि अच्छे कर्म हैं तो अच्छे और बुरे कर्मों का फल भी एक जैसा ही भोगना पड़ता है। गरुड़ पुराण में दो बातों का जिक्र है जिसके अनुसार पुरुषों को ये दो काम करते समय महिलाओं की तरफ नहीं देखना चाहिए।
पुरुषों को किसी स्त्री की ओर उस समय नहीं देखना चाहिए जब वह बच्चे को दूध पिला रही हो जब वह अपने नवजात बच्चे को दूध पिला रही हो। एक महिला अपने भूखे बच्चे को स्तनपान के माध्यम से खाना खिलाती है। भोजन करते समय बच्चा नादान और अज्ञानी होता है। ऐसे में स्तनपान कराते समय महिला के स्तन की तरफ नहीं देखना चाहिए।
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जब कोई स्त्री बिना कपड़ों के स्नान कर रही हो तो पुरुष को उसकी ओर नहीं देखना चाहिए। यदि कोई स्त्री निर्वस्त्र होकर स्नान कर रही हो और कोई पुरुष उसकी ओर देख ले तो वह पाप की भागीदार बनती है। अपने इस कृत्य से उसने कितना भी पुष्य अर्जित किया हो, वह नष्ट हो जाता है। नरक में जाता है और असहनीय यातना भोगता है।