मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, झड़प में बीएसएफ जवान शहीद, कई हथियार जब्त

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मणिपुर हिंसा की आग कब बुझेगी, कुछ कहा नहीं जा सकता. राज्य में लगातार हिंसा से हालात गरम होते जा रहे हैं. हिंसा प्रभावित मणिपुर के टेंगनौपाल जिले में हथियारबंद बदमाशों की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया।

बीएसएफ के एक ट्वीट के अनुसार, केंद्रीय सशस्त्र बल की 122 बटालियन के शहीद नरेंद्र कुमार भारत-म्यांमार सीमा पर मोरेह शहर में तैनात थे। ट्विटर पोस्ट में बताया गया कि हथियारबंद बदमाशों ने मोरेह गांव पर हमला किया और घरों में आग लगा दी और गोलीबारी की. इन लोगों के खिलाफ लड़ते हुए नरेंद्र कुमार की जान चली गयी.

इसके अलावा 6 जून को काकचिंग जिले के सेराऊ इलाके में फायरिंग में बीएसएफ जवान रंजीत यादव की मौत हो गई थी. इस बीच, सेना और असम राइफल्स के जवानों ने दो अलग-अलग घटनाओं में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है। गुप्त सूचना के आधार पर इंफाल पूर्वी जिले के केरांग ट्यूरेल मापल इलाके में सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस द्वारा एक संयुक्त जांच अभियान चलाया गया।

भारतीय सेना के मुताबिक जांच अभियान के दौरान दो संदिग्धों को हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री के साथ पकड़ा गया है.

मणिपुर में जारी हिंसा के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य का दौरा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी 29-30 जून को हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा कर सकते हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया है कि ऐसी खबरें हैं कि गृह मंत्री अमित शाह ने आखिरकार इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है. पिछले 55 दिनों में प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर एक शब्द भी नहीं बोला है. उन्होंने कहा कि अगर मोदी जी वास्तव में मणिपुर के बारे में सोच रहे हैं तो उन्हें सबसे पहले अपने मुख्यमंत्री को हटाना चाहिए. उग्रवादी संगठनों और असामाजिक तत्वों से हथियार जब्त करें. सभी पक्षों से बातचीत शुरू करें और कोई रास्ता निकालें.

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