वास्तु टिप्स: किसी भी दिन नहीं की जा सकती मंदिर की सफाई, जानिए कौन सा दिन है मंदिर की सफाई के लिए शुभ

0 409
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

वास्तु टिप्स: हिंदू धर्म हर सुबह और शाम भगवान की पूजा और प्रार्थना करने के महत्व पर जोर देता है। इसलिए हर कोई अपने घर में एक छोटा सा मंदिर जरूर बनाता है। जिससे घर में रोजाना पूजा पाठ होता रहे। नियमित पूजा पाठ से वास्तुदोष भी दूर होता है और जीवन से खतरे दूर होते हैं।

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में रोजाना पूजा पाठ करने से देवी-देवताओं की कृपा भी घर पर बनी रहती है। लेकिन मंदिर में पूजा करने, पूजा का सामान रखने और पूजा घर की साफ-सफाई करने के कुछ नियम होते हैं। शास्त्रों के अनुसार इन नियमों का पालन करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

किस दिन करनी चाहिए मंदिर की सफाई?

कई लोगों की आदत होती है कि वे खाली होने पर मंदिर की सफाई करते हैं। लेकिन वास्तुशास्त्र में मंदिर की सफाई के लिए शुभ और अशुभ दिनों के बारे में बताया गया है जिसे ध्यान में रखते हुए पूजा घर की सफाई करनी चाहिए। अगर आप इस बात को ध्यान में रखकर घर की साफ-सफाई करेंगे तो घर में धन और समृद्धि बढ़ेगी। यदि किसी भी दिन पूजा घर की सफाई की जाती है तो इससे दरिद्रता और दुख बढ़ता है।

शास्त्रों के अनुसार रोजाना पूजा करने से पहले साफ-सफाई करनी चाहिए। लेकिन मंदिर की सफाई के लिए सबसे अच्छा दिन शनिवार है। शनिवार के दिन मंदिर की साफ-सफाई करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर की आर्थिक परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।

किस दिन ना करें मंदिर की सफाई

शास्त्रों के अनुसार गुरुवार या एकादशी के दिन मंदिर की सफाई नहीं करनी चाहिए। इन दो दिनों में मंदिर की सफाई करने से सौभाग्य भी दुर्भाग्य में बदल जाता है।

इसके अलावा रात के समय भी पूजा स्थल की सफाई करने की गलती नहीं करनी चाहिए। रात के समय पूजा स्थल की सफाई करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और व्यक्ति दुखी हो जाता है।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.