एक गांव था रामपुर नाम का उस गांव में एक पानी पूरीवाला रहता था वह अपने पानी पूरी की स्टाल पर रोज जाता पानी पूरी बेचता
एक गांव था रामपुर नाम का उस गांव में एक पानीपूरीवाला रहता था वह अपने पानी पूरी की स्टाल पर रोज जाता पानी पूरी बेचता और घर को चला आता उसका रोज का यही नियम था वह कुछ दिनों तक ऐसा ही करता रहा उसकी दुकान पर बहुत ज्यादा भीड़ होने लगी थी अब वह ज्यादा पैसे कमाना चाहता था उसने सोचा अब क्या किया जाए अब वह पानी पूरी लोगों को ज्यादा भाव में बेचने लगा लेकिन लोग उसकी स्टॉल पर जाते क्योंकि वह पानी पूरी बहुत अच्छा बनाता था उसके जैसा पानी पूरी कोई नहीं बना सकता था
1 दिन उसके मन में ख्याल आया मैंने भाव भी बढ़ा दिया पानी पूरी का फिर भी लोग अधिक से अधिक आते हैं क्यों ना आप कुछ और किया जाए अब वह अपनी स्टॉल से कुर्सियों को हटा दिया औरसभी ग्राहक खड़े होकर पानी पूरी खाते थे उन्हें खड़े होकर भी पानी पूरी खाने में बड़ा मजा आता था पानीपुरी वाले के मन में लालच आ गया कि यार मैं इतना ज्यादा फेमस हूं क्यों ना और ज्यादा पैसा कमाया जाए इसी लागत में अगर मैं ज्यादा मुनाफा कमा लूंगा तो मैं अमीर बन जाऊंगा वह अब लोगों को लाइन से खड़ा करता और अपने हाथों से एक-एक पानी पूरी देता लोग मजे से खाते वह पहले ₹10 के पांच पानीपुरी देता था और अब ₹10 के चार ही देता था.
लेकिन लोग बहुत सारे लाइन में खड़े होकर खाते थे इसलिए उन्हें पता नहीं चल पाया कि उनके साथ धोखा हो रहा है पानी पुरी वाला अब बहुत ही खुश था एक बार एक छोटा बच्चा उसकी स्टॉल पर आया वह बच्चा बहुत ही होशियार था उसने भी पानी पूरी खाने के लिए मांगा पानीपुरी वाले ने उसे भी लाइन में खड़ा किया सभी लोगों को चार चार पानी पूरी खिला कर बोला भाई ₹10 के हो गए बच्चा बोला भाई साहब अभी तो आपने चार ही खिलाई हैं वह नहीं माना लोगों को भी विश्वास नहीं था लोग सोच रहे थे कि वह बच्चा है उसे लालच आ गया होगा पानी पुरी वाला भी होशियार था लेकिन बच्चा भी बहुत होशियार था जो पानी पुर उसे पानी पुरी वाला देता बच्चा उसे खाता नहीं और अपनी प्लेट में ही रखा रहने देता.
जब लोगों ने बच्चे की बात नहीं मानी तो उसने पानी पूरी की प्लेट दिखाई पानी पूरी की प्लेट में सिर्फ चार ही पानी पूरी थी अब लोगों को विश्वास हो गया कि वह चार पानी पूरी ही दे रहा है बच्चे ने उस की पोल खोल दी तो सारे ग्राहक उसकी स्टॉल पर आने से मना करने लगे अब एक-दो ही ग्राहक आते थे उसकी स्टॉल पर पानीपुरी वाले की आमदनी कम हो गई और उसने सुधारने की सूचीपानी पुरी वाला अपनी स्टॉल पर अब एक बोर्ड लगाया जिस पर लिखा था ₹10 के 8 पानी पूरी लोग फिर भी नहीं आ रहे थे उसकी दुकान पर धीरे-धीरे एक दो लोग आने शुरू हो गए अब पानी पुरी वाला बहुत ईमानदारी से अपना काम करता और धीरे-धीरे उसका काम पहले की ही तरह चल पड़ा