अश्वगंधा की खेती से मालामाल हुआ भरतपुर का किसान, चार एकड़ में की इतनी कमाई
राजस्थान के भरतपुर में एक किसान अश्वगंधा की खेती कर साल में लाखों रुपए कमा रहा है। किसान ज्योतिराम गुर्जर के मुताबिक 4 एकड़ जमीन में अश्वगंधा लगाने से साल में 10 लाख रुपए की कमाई हो जाती है।पारंपरिक खेती के अलावा अब किसान औषधीय खेती में भी रुचि ले रहे हैं। राजस्थान के भरतपुर में एक किसान अश्वगंधा की खेती कर हर साल लाखों रुपए कमा रहा है। कृपया ध्यान दें कि अश्वगंधा आयुर्वेद में एक प्रमुख जड़ी बूटी है और मुख्य रूप से आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है।
किसान ज्योतिराम गुर्जर ने बताया कि उसका दोस्त पिछले कई सालों से दो एकड़ जमीन पर खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहा था. उनकी सलाह पर करीब 4 एकड़ जमीन में दो साल पहले अश्वगंधा की खेती शुरू की गई थी। यह फसल 5-6 महीने में पककर तैयार हो जाती है और बाजार में इस फसल के अच्छे दाम मिलने से लाखों रुपए तक की आमदनी हो जाती है।
किसान ज्योतिराम गुर्जर ने कहा कि उनके गांव में पारंपरिक खेती की जगह नकदी फसलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इससे गांव के 90 प्रतिशत किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। किसान ने बताया कि उसका दोस्त मानसिंह पिछले 5 साल से अश्वगंधा और तुलसी की खेती कर रहा है। उसे कम लागत में अधिक लाभ मिल रहा था। उनके मुताबिक अश्वगंधा की खेती 2 साल पहले करीब 4 एकड़ जमीन में शुरू की गई थी और यह 5 से 6 महीने में पक जाती है और प्रति एकड़ 5 क्विंटल तक उपज देती है. चार एकड़ में एक साल में 10 लाख रुपए की कमाई हो जाती है। किसानों का कहना है कि आयुर्वेदिक दवा कंपनियां सीधे फसल खरीदती हैं, इसलिए उन्हें अच्छी कीमत मिलती है।
आपको बता दें कि अश्वगंधा का यूनानी चिकित्सा में विशेष महत्व है। यही वजह है कि यह कई बीमारियों में फायदेमंद होता है। डॉक्टरों का मानना है कि इसके सेवन से सफेद बाल और मोटापे के साथ-साथ आंखों की रोशनी, गले के रोग, टीवी की बीमारी, सीने में दर्द, पेट की समस्या और कमजोरी दूर होती है।