आंखों से आंसू आ जाएंगे 💔बेवफाई का दर्द सुनकर
एक छोटा सा गांव था उस गांव में रवि नाम का एक लड़का रहता था वह लड़का जब 5 वर्ष का हुआ तो उसकी मां का देहांत हो गया उसका पालन पोषण करने के लिए उसके पिता की जिम्मेदारी हो गई ।
रवि के पिता ने रवि का नाम स्कूल में लिखा दिया और वह पढ़ने जाने लगा कुछ दिन बाद रवि 8 साल का हुआ और वह तीसरी क्लास में पहुंच चुका था तभी उसके पिता को कुछ बीमारियां हो गई और वह दवाइयां लेते रहे क्योंकि उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे क्योंकि वह खेती बाड़ी का काम करते थे इसलिए दवाइयां लेते थे मेडिकल स्टोर से या छोटे क्लीनिक स्टोर से लेकर की दवाइयां जिससे उनका इलाज चल रहा था अचानक से उनकी मृत्यु हो गई ।
रवि के माता पिता दोनों का ही देहांत हो चुका है रवि अब बहुत ही अकेला हो चुका था लेकिन उसके अंदर जो उसके माता-पिता ने जो उसे संस्कार दिए थे उसको बताया था बेटा अपना दिमाग से जो काम करोगे वही आपको आगे ले जाएगी दूसरों के बताए हुए रास्ते पर चलना नहीं है अपने दिमाग से आपको आगे बढ़ना है रवि के मन में दिमाग में यह बात अच्छे से बैठ गई थी ।
रवि जिस स्कूल में पढ़ रहा था वह स्कूल हाई स्कूल तक था, रवि अपने आप को बहुत ही अकेला महसूस करता था हमेशा लेकिन उसके स्कूल में जब वह हाई स्कूल में पहुंचा तो वहां पर एक लड़की उसे पसंद करने लगी थी वह आ करके उसे कुछ बातें करती थी कैसे हो तुम्हारे घर में कौन-कौन है सारी बातें बहुत से अपनी बातें भी शेयर करती थी और उसकी बातें भी सुनती थी दोनों का अच्छा दोस्ती हो गया था ।
वह दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे दोनों को पता था कि वह भी मुझसे प्यार करती है और मैं भी लेकिन दोनों एक दूसरे को कहने से डरते थे लेकिन एक दिन दोनों ने डरते डरते अपने दिल की बात एक दूसरे को कहीं और दोनों का मिलन हो गया लेकिन रवि ने कहा ठीक है हम दोनों प्यार करते हैं लेकिन यह प्यार इस दुनिया वालों को मंजूर नहीं होता है और ना ही आपके घर वालों को मंजूर होगा इसलिए जब हमारी नौकरी लग जाएगी तो हम शादी कर लेंगे ।
रबी हाई स्कूल फर्स्ट डिवीजन से पास किया और उसने उस समय पुलिस की वैकेंसी निकली हुई थी एक स्पेक्टर की और उसने फॉर्म अप्लाई करना स्टार्ट कर दिया और उसे ट्रेनिंग के लिए बुलावा आ गया और वह अच्छे रंग से ट्रेनिंग पास कर लिया और उसे पुलिस ऑफिसर स्पेक्टर की नौकरी मिल गई वह बहुत खुश था घर लौट रहा था कि चलूंगा और पूजा से बताऊंगा कि मेरी नौकरी लग गई है अब हम दोनों शादी कर सकते हैं लेकिन पूजा बहुत दिनों से उसे मिस कर रही थी लेकिन रवि उसे मिल नहीं पाया और अचानक जब वह अपने गांव पहुंचा रवि अपने घर से होकर पूजा से मिलने जा रहा था लेकिन उसके कुछ दोस्तों ने बताया कि कहां जा रहे हो उसने बताया जा रहा हूं पूजा के घर उससे मिलने उसके दोस्तों ने बताया कि पूजा कि आज शादी है और को अपने घर चली गई उसकी शादी हो गई ।
रवि का दिमाग चकरा गया और वह एक पेड़ के नीचे जाकर बैठ गया और गहरी सोच में डूब गया उसने सोचा कि मेरे माता पिता मेरी छोटी आयु में मुझे छोड़ कर चले गए और आज मुझे जब प्यार हुआ तो मेरा प्यार मुझे मुझसे दूर हो गया ।
कुछ दिनों बाद रवि ने एक अच्छी लड़की से शादी कर ली लेकिन आज भी वह पूजा को भुला नहीं पाया उसकी हर एक सांस में पूजा ही बसी है और वह उसी से प्यार करता है लेकिन लोग कहते हैं ना प्यार जीवन में एक ही बार होता है और वह उसे हो गया था लेकिन क्या करें किसी को बताने से उसकी समस्या का समाधान नहीं था
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