उत्तराखंड में बारिश-भूस्खलन का अलर्ट, चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्री सावधान रहें
पश्चिमी विक्षोभ अभी भी उत्तराखंड को प्रभावित कर रहा है। बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इसका असर चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा पर भी पड़ रहा है। केदारनाथ के पास हाल ही में आए बर्फीले तूफान के बाद यात्रियों में डर का माहौल है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक येलो अलर्ट जारी रखा है। यानी यात्रा करें, लेकिन अपना ख्याल रखें।
![वर्षा-भूमि स्लाइड चेतावनी](https://dailypost.in/wp-content/uploads/2023/06/image-333.png)
आपको बता दें कि गुरुवार को केदारनाथ धाम में एक बार फिर से बर्फीली आंधी आई है. मंदिर से 4 किमी दूर चौराबाड़ी ताल की ओर पहाड़ियों में बर्फीला तूफान आया। घटना सुबह की बताई जा रही है। बर्फबारी के बाद करीब 5 मिनट तक बर्फ का धुआं दिखाई देता रहा। जिसके बाद श्रद्धालुओं में अफरातफरी का माहौल हो गया। इस दौरान करीब 4 से 5 मिनट तक सिर्फ बर्फ का धुआं ही नजर आया। हालांकि कुछ देर बाद बर्फ साफ होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
एनटीपीसी जोशीमठ के पास हेलोंग घाटी में एक पनबिजली परियोजना के लिए सुरंग बनाई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि गुरुवार को घाटी में नीचे किसी निर्माण कार्य के चलते धमाका हुआ, जिसके बाद पहाड़ का एक हिस्सा टूट कर सड़क पर गिर गया. इस भयानक भूस्खलन के बाद बद्रीनाथ को जाने वाली सड़क पूरी तरह से नष्ट हो गई है.
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हेमकुंड यात्रा मार्ग पर बीते रविवार को हिमस्खलन की वजह से 6 यात्री बर्फ में दब गए थे. समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसके बाद 5 यात्रियों को तो बचा लिया गया, लेकिन एक महिला का शव बरामद कर लिया गया.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4 दिनों तक येलो अलर्ट जारी रहने वाला है. बारिश हो सकती है, तेज हवाएं चल सकती हैं। यह अलर्ट पूरे उत्तराखंड को ध्यान में रखकर दिया गया है। ऐसे में लोगों को चारधाम यात्रा के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए।