कल मैच खेला, आज हो गईं डिसक्वालिफाई समझिए कुश्ती में कैसे होता है वेट का पूरा सीन?

0 8
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

पेरिस ओलंपिक से मैच भारत के लिए बुरी खबर आई है. दरअसल, रेसलर विनेश फोगाट को ओवरवेट के चलते डिसक्वालिफाई कर दिया गया है. विनेश को फीमेल 50 किलो कैटेगरी में फाइनल खेलना था, लेकिन मैच से पहले लिए गए वजन में उनका वजन ज्यादा पाया गया. इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है. बताया जा रहा है कि करीब 100 ग्राम ज्यादा वजन निकला था.

ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि जब उन्होंने एक दिन पहले मैच खेला था, उस वक्त उनका वजन सही था. लेकिन, एक दिन बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. ऐसे में जानते हैं कि आखिर रेसलिंग में वजन को लेकर क्या नियम हैं, जिसके बाद आप समझ पाएंगे कि आखिर उन्हें अयोग्य क्यों घोषित किया गया है…

क्या हैं वजन के नियम?

ओलंपिक में कुश्ती के खिलाड़ियों के वजन को लेकर जो नियम हैं, उनके अनुसार पहलवानों का मैच से पहले वजन होता है और अगर दो रेसलर दो दिन बाउट लड़ते हैं तो दो दिन उनका वजन किया जाता है. नियमों के अनुसार, जिस दिन बाउट होता है,उसी दिन हर पहलवान का वजन सुबह में होता है.

प्रत्येक भार वर्ग के लिए टूर्नामेंट दो-दिवसीय अवधि में लड़ा जाता है, इसलिए जो भी पहलवान फाइनल पहुंचते हैं, उनका दो दिन वजन होता है. पहले वेट-इन के दौरान पहलवानों के पास वेट बनाने के लिए 30 मिनट का समय होता है. 30 मिनट में कई बार वजन कर सकते हैं, लेकिन दूसरे दिन वेट-इन सिर्फ 15 मिनट का होता है.

वजन करने के बाद खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है और ये देखा जाता है कि उनके नाखून भी कटे हुए हैं या नहीं. इस वजन के दौरान कुश्ती पहलवान को सिर्फ सिंगलेट पहनने की इजाजत होती है. इसके बाद अगले दिन टेस्ट करवाया जाता है और इस दिन वेट-इन 15 मिनट तक चलता है. अगर विनेश के केस में समझें तो विनेश का एक दिन में 100 ग्राम वजन बढ़ गया, जिससे उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है.

बता दें कि फ्रीस्टाइल रेसलिंग में कई वेट कैटेगरी होती है. महिलाओं में 50,53, 57, 62, 68, 76 किलो की कैटेगरी होती है. वहीं, पुरुषों की फ्रीस्टाइल कैटेगरी में 57, 65, 74, 86, 97, 125 किलो की कैटेगरी होती है.

क्या अब सिल्वर भी नहीं मिलेगा?

यूडब्ल्यूडब्ल्यू (United World Wrestling- UWW) के नियमों के अनुसार- यदि कोई एथलीट वजन माप में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा और बिना रैंक के अंतिम स्थान पर रखा जाएगा. ऐसे में अब उनके हाथ में सिल्वर मेडल भी नहीं आएगा.

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.