एक दिन की रिमांड में बिट्टू बजरंगी के पास से कई तलवारें बरामद, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
गुरुवार 17 अगस्त को नूह कोर्ट में हिंदू नेता बिट्टू बजरंगी के मामले की सुनवाई हुई. कोर्ट ने बजरंगी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इससे पहले बिट्टू बजरंगी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था. खबर के मुताबिक पुलिस ने एक दिन की रिमांड में बिट्टू बजरंगी से आठ तलवारें बरामद की हैं.
अब पुलिस बिट्टू बजरंगी के 15 साथियों की तलाश कर रही है. आजतक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बिट्टू के इन साथियों ने नूह में एक महिला एसपी पर कथित तौर पर तलवारें लहराईं. इन सभी की तलाश में पुलिस लगातार बिट्टू बजरंगी से पूछताछ कर रही है.
आपको बता दें कि हरियाणा के नूंह और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा से पहले बिट्टू बजरंगी का बयान और वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह भड़काऊ बातें करते नजर आ रहे थे. एक वीडियो में बजरंगी दूसरे समुदाय से कह रहा था,
”वे कहेंगे कि उन्होंने यह नहीं कहा कि वे ससुराल आए थे और मिले नहीं. फूलों की माला तैयार रखें. जीजा जी आते हैं.
31 जुलाई को हिंसा से पहले बजरंगी को एक धार्मिक जुलूस में तलवारों के साथ देखा गया था. हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वे लोग महिलाओं और बच्चों के साथ यात्रा पर निकले थे तो फिर मारपीट क्यों करेंगे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोह की एएसपी उषा ने बिट्टू बजरंगी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसके आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. पुलिस अधिकारी ने शिकायत में आरोप लगाया कि हिंसा वाले दिन उन्होंने बिट्टू बजरंगी को हथियार के साथ मार्च में हिस्सा लेने से रोका था. ऊषा के मुताबिक ड्यूटी के दौरान बिट्टू ने उसके साथ गलत हरकत की. वह कथित तौर पर अधिकारी की कार के सामने बैठ गया. इसलिए उन पर दंगा करने के अलावा एक सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने का भी मामला दर्ज किया गया.
वहीं यात्रा से कुछ दिन पहले मोनू मानेसर ने लोगों से बजरंग दल के सदस्यों द्वारा निकाले जाने वाले जुलूस में शामिल होने की अपील की थी. मानेसर ने कहा कि वह इस जुलूस में हिस्सा लेंगे. उनके साथ उनकी टीम भी शामिल होगी. हालांकि मोनू मानेसर यात्रा में शामिल नहीं हुए. बिट्टू बजरंगी के बाद मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई है.