जानिए मेष से मीन राशि के लोगों के लिए कौन से ग्रह शुभ और कौन से अशुभ

0 139
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

मेष से मीन राशि: वैदिक ज्योतिष में मेष से मीन राशि तक 12 तरह की कुंडली बनती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन 12 तरह की कुंडली में अलग-अलग शुभ और अशुभ ग्रह होते हैं, तो आइए आज इस लेख में हम आपको मेष से मीन राशि तक के बारे में बताते हैं। और अशुभ ग्रह।

1) मेष
मेष राशि वालों के लिए लग्नेश और अष्टमेश मंगल शुभ होते हैं। पंचम भाव का स्वामी सूर्य भी शुभ है और गुरु नवम और द्वादश भाव का स्वामी होकर योगकारक कहलाता है।

2) वृष
वृष राशिफल में शुक्र शुभ ग्रह, लग्न का स्वामी और छठे भाव का स्वामी है। पंचम और द्वितीय भाव के स्वामी बुध को भी शुभ ग्रह कहा जाता है और वृष राशि में शनि नवम और दशम भाव का स्वामी होकर परम राजयोग कारक कहलाता है।

3) मिथुन
मिथुन राशि में लग्नेश और चतुर्थ भाव का स्वामी बुध शुभ ग्रह है। पंचम और द्वादश भाव के स्वामी शुक्र को भी शुभ ग्रह माना जाता है।

4) कर्क
कर्क राशि में लग्न का चंद्रमा शुभ होता है। पंचम और दशम भाव का स्वामी मंगल अंतिम राजयोग कारक है और नवम भाव का स्वामी बृहस्पति भी कर्क राशि के जातकों के लिए शुभ है।

5) सिंह
सिंह राशि की बात करें तो इस राशि के जातकों के लिए यह शुभ है क्योंकि सूर्य के स्वामी सूर्य हैं। कुंडली में मंगल नवमेश और चतुर्थेश भी राजयोग कारक बनते हैं।

6) कन्या
कन्या राशि में लग्नेश और दशम भाव का स्वामी बुध शुभ होता है। पंचमेश और छठे भाव का स्वामी शनि भी शुभ ग्रह के रूप में कहीं जाता है।

7) तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए नवम भाव का स्वामी बुध शुभ फल देता है। इस ग्रह का स्वामी होकर शुक्र शुभ फल देता है। इसके अलावा शनि केंद्र और त्रिकोण का स्वामी होकर इसे राजयोग कारक बनाता है।

8) वृश्चिक
लग्न मंगल वृश्चिक राशि के लिए छठे भाव का स्वामी भी है, लेकिन वृश्चिक राशि का स्वामी होना शुभ फल देने वाला कहा गया है। पंचम भाव और द्वितीय भाव का स्वामी बृहस्पति भी वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुभ ग्रह हैं। इसके अलावा नवम भाव का स्वामी चंद्रमा परम राजयोग कारक है।

9) धनु
लग्नेश और चतुर्थ भाव का स्वामी बृहस्पति धनु राशि के जातकों के लिए शुभ है। पंचम और द्वादश भाव का स्वामी मंगल राजयोग कारक है और नवम भाव का स्वामी सूर्य बहुत शुभ फल देता है।

10) मकर राशि
लग्नेश शनि मकर राशिफल में राजयोग कारक है। 5वां और 10वां शुक्र भी बहुत शुभ होता है क्योंकि त्रिकोण और केंद्र का स्वामी होने पर ग्रह बहुत शक्तिशाली हो जाता है। नवम भाव का स्वामी बुध भी मकर राशि के जातकों के लिए शुभ कहा जाता है।

11) कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि बारहवें भाव का स्वामी भी है, लेकिन कुंभ राशि का स्वामी होने के कारण यह एक शुभ ग्रह है। इसके अलावा चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी शुक्र भी एक अच्छा ग्रह माना जाता है। शुक्र कुंभ राशि के जातकों को सभी भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान करता है।

12) मीन राशि
ग्रह स्वामी और दशम भाव का स्वामी बृहस्पति मीन राशि के जातकों के लिए अच्छा है। पंचम भाव का स्वामी चंद्रमा त्रिकोण का स्वामी होने के कारण राजयोग कारक है। इसके अलावा मंगल भाग्य भाव का स्वामी है इसलिए मंगल भी मीन राशि के जातकों को अच्छे परिणाम देता है।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.