आज जानें यें सच है या झूठ, जानिए स्त्रियों को हनुमान जी की पूजा, करनी चाहिए या नहीं
शास्त्रों में भी कहा गया है कि क्योंकि हनुमान जी समस्त महिलाओं में अपनी माता का रूप देखते हैं अंत में नहीं चाहते कि महिलाएं उनके समक्ष मस्तक झुकाए विजय महिलाओं के सामने अपना मस्तक झुकाते हैं हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं हनुमान जन्मोत्सव पर और अन्य अवसरों पर महिलाएं इस तरह के हनुमान जी की सेवा कर कृपा पा सकते है.
आज आप को हनुमान जी की पूजा में महिलाओं के द्वारा क्या उपाय किया जाए इस बारे में बताने वाले हैं इससे पहले अगर महिलाएं हनुमान जी को दीप अर्थ कर सकती है दीपक अर्पित करें वह गाय के घी का दीपक महिलाएं हनुमान चालीसा संकट मोचन हनुमान हनुमान अष्टक सुंदरकांड आदि का पाठ कर सकती है.
महिलाएं हनुमान जी का भोग अपने हाथ से बढ़ाकर अर्पिता कर सकती हैं महिलाएं लंबे अनुष्ठान नहीं कर सकती महिलाएं अपने मासिक धर्म में हो तो हनुमान जी से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करें महिलाएं हनुमान जी को सिंदूर अर्पित नहीं कर सकती हनुमान को महिलाएं कभी भी चोला नहीं पहन आना चाहिए महिलाओं को बजरंग बाण पाठ का पाठ नहीं करना चाहिए.
महिलाओं को अब हनुमान जी की चरण पादुका एक कभी भी अर्पित नहीं करनी चाहिए हनुमान जी को कभी पंचामृत स्नान नहीं करना चाहिए महिलाओं को महिलाएं वस्त्र और कपड़ों का जोड़ा हनुमान जी को समर्पित नहीं करते 88 महिलाएं इन नियमों का पालन करें तो हनुमान जी की विशेष कृपा महिलाओं पर आ जाती है हनुमान जी महिलाओं के सदैव अपनी माता का रूप देखते हैं और हनुमान जी किसी भी महिला का बूरा नहीं चाहते हैं.