बस माननी होगी ये शर्त, भारत के इस शहर में ठहरें, खाना सब फ्री, जानें कैसे
हम जिस अनोखे शहर की बात कर रहे हैं उसका नाम ओरिविले है। यह चेन्नई से सिर्फ 150 किमी दूर विल्लुपुरम जिले में पड़ता है। भारत में इस शहर को सुबह का शहर या सूर्यास्त का सूरज भी कहा जाता है।
भारत अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। हर राज्य के हर शहर में अलग-अलग तरह की चीजें होती हैं। आज हम आपको भारत के एक ऐसे शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आपको सिर्फ एक शर्त मानने पर मुफ्त आवास मिलेगा। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको इस खास शहर के बारे में बताते हैं और यह भी बताते हैं कि आप इस शहर तक कैसे पहुंच सकते हैं।
इस शहर का नाम क्या है?
हम जिस अनोखे शहर की बात कर रहे हैं उसका नाम ओरिविले है। यह चेन्नई से सिर्फ 150 किमी दूर विल्लुपुरम जिले में पड़ता है। भारत में इस शहर को सुबह का शहर या सूर्यास्त का सूरज भी कहा जाता है। इस शहर की स्थापना के पीछे तर्क यह है कि शहर को इस तरह से बनाया गया था कि सभी जाति और धर्म के लोग बिना किसी भेदभाव और बिना किसी लड़ाई-झगड़े के आराम से रह सकें।
इस शहर को किसने बसाया?
इंटरनेट पर खंगालने पर जो जानकारी हाथ लगी उसके मुताबिक, ऑरोविले शहर को 1968 में अल्फागो ने बसाया था। आपको बता दें कि 1914 में जब मीरा श्री अरबिंदो के आध्यात्मिक एकांतवास में शामिल होने के लिए पुडुचेरी आईं तो उन्हें यह जगह बहुत पसंद आई। हालाँकि, फिर वह जापान चली गईं, जिसके बाद वह 1924 में इस स्थान पर लौट आईं और तब से यहीं रहीं। या रह गया
मुफ़्त रहने और खाने की क्या शर्त है?
इस कहानी का सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह कौन सी शर्त है, जिसे स्वीकार करने के बाद आप इस शहर में मुफ्त में रह सकेंगे और मुफ्त में चीजें खा सकेंगे। दरअसल, इस शहर को यूनिवर्सल सिटी भी कहा जाता है। क्योंकि यहां 50 देशों से लोग रहने आते हैं। वहीं अगर उस विशेष दर्जे की बात करें तो यह सुविधा आपको तभी मिलेगी जब आप यहां सेवक बनकर रहेंगे. मतलब अगर आप इस शहर में आते हैं और एक सेवक के रूप में इस शहर की सेवा करते हैं तो आपका यहां रहना पूरी तरह से मुफ्त होगा।