घी या तेल का दीपक जलाना शुभ होता है? यहां जानें वरना आपकी गलतियां आपको महंगी पड़ सकती हैं
सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व है। वास्तुशास्त्र में घर, ऑफिस, मंदिर से लेकर पूजा घर तक के बारे में काफी जानकारी दी गई है। इसके अलावा वास्तु यह भी बताता है कि घर से नकारात्मकता को कैसे दूर किया जाए और सकारात्मकता कैसे लाई जाए। वहीं, हिंदू धर्म में प्रत्येक देवी-देवता की पूजा के दौरान दीपक जलाने का विधान है। फिर आरती चाहे मंदिर में हो या घर में दोनों जगह दीपक जलाया जाता है। दीपक को सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि दीपक जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
अक्सर आपने भी कई जगहों पर देखा होगा कि देवी-देवताओं के सामने घी और तेल दोनों के दीपक जलाए जाते हैं। लेकिन लोगों के मन में यह भ्रम है कि कब घी का दीपक जलाएं और कब तेल का दीपक जलाएं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हमें बताएं।
कौन सा दीपक जलाना शुभ होता है?
हिंदू धर्म में देवताओं के समक्ष घी और तेल दोनों के दीपक जलाए जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार देवता के दाहिनी ओर घी का दीपक और बाईं ओर तेल का दीपक जलाना चाहिए। सरल शब्दों में, यदि आप तेल का दीपक जला रहे हैं तो हमेशा अपना दाहिना भाग रखें और यदि आप घी का दीपक जला रहे हैं तो हमेशा अपना बायाँ भाग रखें।
दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें
दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि दीपक हमेशा भगवान की मूर्ति या तस्वीर के सामने हो।
भूलकर भी पश्चिम दिशा में दीपक नहीं जलाना चाहिए। ऐसा करने से दरिद्रता और धन की हानि होती है।
शाम के समय मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके घर में धन-धान्य भर जाता है।
उत्तर दिशा में दीपक न जलाएं। इससे घर में दरिद्रता आती है। हालांकि आप इस दिशा में दीपक भी जला सकते हैं।
सुबह-शाम घर में दीपक जलाने से घर में खुशी का माहौल बनता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।