रोचक तथ्य, क्या आप जानते हैं योग का जन्म कैसे हुआ और किसे कहा जाता है योग का जनक, यहां जानिए
27 सितंबर 2014 को, प्रधान मंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा और उन्होंने इस दिन को मनाने की आवश्यकता पर भाषण दिया। दूसरे साल यानी 2015 से ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत हो गई थी। पहला योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था और आज 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। आपने बाबा रामदेव को छोटे पर्दे पर भी योग करते हुए देखा होगा। बाबा रामदेव को योग गुरु भी कहा जाता है और योग को लोकप्रिय बनाने में उनका योगदान भी माना जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि योग का इतिहास काफी पुराना है और यहां एक नहीं बल्कि दो योग गुरु हैं।
योग दर्शन के संस्थापक महर्षि पतंजलि द्वारा ‘योग सूत्र’ तैयार किए गए थे। इसलिए महर्षि पतंजलि को योग का जनक या योग का जनक कहा जाता है। योग सूत्रों की रचना से पूर्व माना जाता है कि विश्व के प्रथम योग गुरु स्वयं महादेव अर्थात भगवान शिव थे, इसलिए उन्हें आदिगुरु भी कहा जाता है। वहीं, महर्षि पतंजलि को आधुनिक योग या आधुनिक योग का जनक माना जाता है। तिरुमलाई कृष्णमाचार्य को भारत के कुछ हिस्सों में योग गुरु भी माना जाता है। तिरुमलाई कृष्णमाचार्य एक योग गुरु और आयुर्वेदिक चिकित्सक थे।
वर्तमान समय की बात करें तो योग जीवनशैली का अहम हिस्सा बनकर उभर रहा है। सेलिब्रिटीज भी अक्सर योग करते नजर आते हैं और लोगों को योग करने के लिए प्रेरित करते हैं। शिल्पा शेट्टी, करीना कपूर, आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा और मलाइका अरोड़ा जैसी बॉलीवुड अभिनेत्रियां योग को अपना फिटनेस सीक्रेट मानती हैं और यहां तक कि उन्हें रोजाना योग करते हुए भी देखा जाता है।
हर उम्र के लोग योग करने लगे हैं और हड्डी और मांसपेशियों के दर्द से निजात पाने के लिए भी योग किया जाता है।