भारत में एक ऐसा अद्बुध कुंड जिसमे ताली बजाने से निकलता है पानी का फव्वारा
भारत दुनिया का एक ऐसा इकलौता देश है जो हर तरह के अजीबो-गरीब रहस्यों को अपने अंदर सिमटाए हुए है | भारत में दुनिया भर से बड़े-बड़े साइंटिस्ट रिसर्च करने आते हैं, परन्तु फिर भी कुछ ऐसी घटनाएं हैं जिनका हल किसी से भी नहीं निकला तथा वह एक पहेली बन कर ही रह गयी हैं | आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही रहस्य कि जो झारखण्ड के बोकारो जिले कि है | यहां एक अनोखा कुंड पाया गया है जिसके आस-पास ताली बजाने से इसमें पानी के फव्वारे निकलते हैं |
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भारत में हर मुद्दे को आस्था से जोड़ दिया जाता है, और कुछ लोग इस कुंड को भी इसी नज़र से देखते हैं | इस करिश्माई कुंड से सर्दियों में गरम तथा गर्मियों में ठंडा पानी निकलने की मान्यता है | इस कुंड से लोगों का विश्वास जुड़ा हुआ है तथा उनका मानना कि इस पानी से नहाने के बाद किसी भी शारीरिक बीमारी को दूर किया जा सकता है |
कुंड से पानी निकलने के बाद सीधा एक नाले में गिरता है जिसका नाम जमुई है, तथा इसके बाद यह गरगा नदी में मिल जाता है | परन्तु ताली बजाकर पानी का फव्वारे कि तरह कुंड से बाहर आना किसी आश्चर्य से कम् नहीं है | कुछ साइंटिस्ट का मानना है कि ताली बजाने से जो धवनि पैदा होती है यह उसका कारण हो सकता है, परन्तु अभी तक इसका कोई पक्का परिणाम सामने नहीं आया है |
कुंड के पास दलाई गोसाई नाम के एक देवता का मंदिर है, जिसमे लागों की बहुत मान्यता है | इस मंदिर में हर रविवार को लोगों कि भीड़ पूजा करने के लिए उमड़ती है | वर्ष 1984 के बाद से यहां हर साल मकर सक्रान्त का मेला भी लगाया जाता है | इसलिए कभी भी आपका यहां घूमने का मन हो, तो यह जगह जगासुर गांव में बोकारो से करीब 27 किमी दूर है |
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