स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह: मौसमी बुखार को नजरअंदाज न करें, सुरक्षित रहने के लिए जरूरी उपाय करें
इन दिनों मौसम तेजी से बदल रहा है, दिन में अधिक तापमान और सुबह-शाम का मौसम आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। ऐसे बदलते मौसम से आपके बीमार होने का खतरा भी बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों मौसमी फ्लू की समस्या अधिक आम है। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है उनके बीमार होने का खतरा अधिक होता है। बीमारियों से बचने के लिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी लोगों को इन दिनों विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। मौसमी फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक श्वसन संक्रमण है। यह दुनिया के सभी हिस्सों में आम है। अधिकांश लोग बिना उपचार के ठीक हो जाते हैं। इन्फ्लूएंजा का संक्रमण खांसने या छींकने से आसानी से फैलता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने और स्वस्थ रहने के लिए इन दिनों सभी लोगों को एहतियाती कदम उठाना जरूरी है. यदि आप मौसमी फ्लू के लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो संक्रमण के प्रसार को रोकने और परिवार के अन्य सदस्यों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।
इन्फ्लूएंजा के कारण बुखार या ठंड लगना, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, मांसपेशियों या शरीर में दर्द और थकान होती है। कुछ लोगों को बुखार और लक्षणों से राहत के लिए सामान्य उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
मौसमी बुखार को नजरअंदाज न करें।
✅#सीजनलफ्लू संक्रमण को नियंत्रित करने और स्वस्थ रहने के लिए सभी सावधानियां बरतें।#स्वस्थभारत
#सभी के लिए स्वास्थ्य pic.twitter.com/m4bypWmh4J– स्वास्थ्य मंत्रालय (@MoHFW_INDIA) 24 फ़रवरी 2024
क्या है मंत्रालय की सलाह?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मौसमी फ्लू के दौरान कुछ लोगों को उल्टी और दस्त का अनुभव हो सकता है, हालांकि यह वयस्कों की तुलना में बच्चों में अधिक आम है। जानकारी की समीक्षा के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रामक रोगों से बचाव के लिए कुछ उपाय करने की सलाह दी है.
घर पर रहें और लोगों के संपर्क से बचें
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क अवश्य पहनें
डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें।
अधिकांश मौसमी फ्लू के लक्षण 4 से 7 दिनों के भीतर दूर हो जाते हैं। खांसी और थकान हफ्तों तक बनी रह सकती है। बीमारी की स्थिति में भूख न लगना या खाने की इच्छा न होना भी एक समस्या हो सकती है।
फ्लू से बचाव के लिए क्या करें?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए उचित आहार और दिनचर्या बनाए रखना आवश्यक माना जाता है। आप पौष्टिक आहार, नियमित व्यायाम और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाली आदतों का पालन करके संक्रामक रोगों के खतरे से खुद को बचा सकते हैं। यदि हर बार मौसम बदलने पर आपको फ्लू हो जाता है, तो यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली का संकेत हो सकता है, जिसके बारे में आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और आवश्यक उपाय करने चाहिए।