रस्सी कूदना – एक अच्छा व्यायाम, क्या हैं फायदे पढ़ें
हम दैनिक जीवन में छोटे-मोटे व्यायाम को नज़र अंदाज़ करते हैं और बड़े-बड़े व्यायाम और योग करने के लिए समय के अभाव का बहाना बनाते हैं किन्तु जो लोग अपने शरीर को ठीक रखना चाहते हैं वो छोटे-मोटे व्यायाम को भी महत्त्व देते हैं. इन्ही में से एक छोटा लेकिन अच्छा व्यायाम है ‘रस्सी कूदना’. अगर प्रातःकाल प्रति दिन पांच से दस मिनट भी आप रस्सी कूदते हैं तो आपको स्वास्थय लाभ ज़रूर मिलेगा. रस्सी कूदने से ह्रदय सम्बन्धी रोग नहीं होते हैं, कैलोरी घटता है जिससे कि मोटापा नहीं बढ़ता है, पैर की मांसपेशियां और हड्डी मज़बूत होती हैं और पैरों की संतुलन शक्ति बढती है. रस्सी कूदने के लिए आपको सिर्फ एक पतली लेकिन मज़बूत रस्सी तथा एक खुले क्षेत्र की जरूरत होती है.
रस्सी कूदने के फायदे
- शरीर की चर्बी और कैलोरी को कम कर शरीर को छरहरा और मजबूत बनाता है। पूरे शरीर पर एक साथ काम करता है और शरीर को सही आकार देती है।
- मांसपेशियों को टोन करता है।
- स्टेमिना बूस्ट करता है।
- हृदय को मजबूत बनाता है, हृदय बेहतर तरीके से कार्य करना शुरू कर देता है। इससे हृदय समेत पूरे शरीर को ताज़ी ऑक्सीजन और रक्त मिलता है, जिससे शरीर रोगों से बचने के साथ-साथ त्वचा में कांति (चमक) आती है।
- शरीर से पसीना निकलता है, तो शरीर से हानिकारक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। इससे शरीर और चेहरा दमक उठता है।
- कंधे और भुजाएं मजबूत बनती हैं।
- शरीर के नीचले हिस्से की अतिरिक्त चर्बी के लिए सबसे बेहतर व्यायाम है।
- घुटनों और एड़ियों के लिए भी फायदेमंद।
- मस्तिष्क को दुरुस्त कर तनाव कम करता है|
- फेंफड़ों को मजबूत बनाती है।
- शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार आता है।
- पूरे शरीर का व्यायाम एक साथ हो जाता है।