Ganesh Mahotsav 2024: यहां हैं देश के 10 प्रसिद्ध गणेश मंदिर, दर्शन से बप्पा बनाते हैं बिगड़े काम
1. सिद्धि विनायक मंदिर
महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित सिद्धि विनायक मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. इस गणेश मंदिर का निर्माण 19 नवंबर 1801 को गुरुवार के दिन पूर्ण हुआ था. यह मंदिर मुंबई प्रभादेवी इलाके में काका साहेब गाडगिल मार्ग पर स्थित है. इस मंदिर को गणेश जी के विशेष मंदिर का दर्जा मिला हुआ है.
2. अष्टविनायक मंदिर
अष्टविनायक मंदिर भी महाराष्ट्र में स्थित है. गणपति उपासना के लिए अष्टविनायक मंदिरों का विशेष महत्व माना जाता है. यह मंदिर पुणे में स्थित है. इन आठ मंदिरों का पौराणिक महत्व भी है. यहां विराजित प्रतिमाएं स्वयंभू मानी जाती हैं.
3. खजराना गणेश मंदिर
यह मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में स्थित है. यह स्वयंभू मंदिर है. देश विदेश से भक्त इस मंदिर में मुराद मांगने आते हैं. यहां श्रीगणेश की 3 फीट ऊंची प्रतिमा है जो बावड़ी से निकाली गई थी. यह प्रतिमा 286 साल पहले स्थापित की गई थी.
4. चिंतामण गणेश मंदिर
यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेशवर की नगरी उज्जैन में स्थित है. यहां गर्भगृह में प्रवेश करते ही गणपति जी की तीन प्रतिमाएं नजर आती हैं. पहली चिंतामण, दूसरी इच्छामन और तीसरी
सिद्धिविनायक गणेश. चिंतामण गणेश को परमारकालीन माना जाता है.
5. रणथंबौर गणेश मंदिर
यह मंदिर राजस्थान के रणथंबौर में स्थित है. यहां बड़ी संख्या में भक्त भगवान गणेश के त्रिनेत्र स्वरुप के दर्शन करने पहुंचते हैं. यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना माना जाता है. यह रणथंबौर किले में सबसे
ऊंचाई पर स्थित है.
6. डोडा गणपति मंदिर
यह मंदिर कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थित है. बेंगलुरु आईटी सिटी होने के साथ ही डोडा गणपति मंदिर की वजह से भी देशभर में पहचान रखता है. यह डोड्डा बसवन्ना गुड़ी में बना है.
7. गणेश टोक मंदिर
यह मंदिर सिक्किम के गंगटोक में स्थित है. बौद्ध धर्म के इस स्थान पर यह गणेश मंदिर अपनी खूबसूरती और बेहतरीन स्थल की वजह से प्रसिद्ध है. मंदिर परिसर में भगवान गणेश की विशाल और सुंदर प्रतिमा
मौजूद है.
8. डोडीताल का मंदिर
उत्तराखंड के डोडीताल को भगवान गणेश का जन्म स्थान माना जाता है. यहां पर माता अन्नपूर्णा का भी प्राचीन मंदिर है. गणेश जी को स्थानीय भाषा में डोडी राजा कहा जाता है.
9. मधुर महागणपति मंदिर
यह मंदिर भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है. यह केरल मधुवाहिनी नदी के तट पर स्थित है. यह मंदिर 10वीं शताब्दी का माना जाता है. यहां स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति न ही मिट्टी की बनी है और न ही पत्थर की. अब तक पता नहीं लग सका है कि आखिर यह किस चीज की बनी है.
10. मनकुला विनायगर मंदिर
यह मंदिर पुडुचेरी में स्थित है. यह भी काफी प्राचीन मंदिरों में से एक है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि भगवान की प्रतिमा को कई बार समुद्र में फेंका गया था, लेकिन हर बार प्रतिमा उसी स्थान पर प्रकट हो जाती थी