उपाध्यक्ष के नाम से फर्जी वॉट्सऐप अकाउंट बनाकर जालसाज गिरफ्तार
दिल्ली की स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट की टीम ने भारत को ठगने की कोशिश करने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है। दरअसल, यह बदमाश इटली का रहने वाला था, लेकिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के फोटो वाले व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर निजी लाभ के लिए भारत को ठगने की कोशिश कर रहा था.
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के साथ ही पंजाब में रहने वाले एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गगनदीप और अश्विनी के रूप में हुई है. गगनदीप 12वीं पास है और पिछले 10 साल से अपने परिवार के साथ इटली में रह रहा है, जहां वह मजदूरी करता है. वह मूल रूप से जम्मू के रहने वाले हैं। जबकि अश्विनी पंजाब के समाना में दुकान चलाते हैं। डीसीपी प्रशांत गौतम के मुताबिक, स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट को एक इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखने के दौरान वाइस प्रेसिडेंट की फोटो वाली एक व्हाट्सएप प्रोफाइल के बारे में जानकारी मिली। इसका इस्तेमाल करने वाला शख्स भारत का राष्ट्रपति बनकर पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़े भारत के नौकरशाहों को मैसेज कर रहा था।
साथ ही वह पेट्रोल पंप खोलने के लिए मदद मांग रहा था। स्पेशल सेल ने इस संबंध में पिछले साल अक्टूबर में केस दर्ज किया था। इसके बाद एसीपी मनीष जोरवाल के नेतृत्व में एसआई कपिल यदुवंशी, एएसआई टेकचंद, कांस्टेबल महिंद्रा की टीम ने जांच की. इटली के डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि व्हाट्सऐप नंबर इटली का इस्तेमाल किया जा रहा था. नंबर भारतीय होने के कारण पुलिस उस नंबर की डिटेल लेकर पंजाब पहुंची। यहां पता चला कि यह नंबर अश्विनी नाम के शख्स ने जारी किया था। यह नंबर उनकी पत्नी के नाम पर था। हाईटेक जांच, ह्यूमन इंटेलिजेंस और तकनीकी सर्विलांस के जरिए पुलिस लगातार पता लगाने में लगी हुई थी।