मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण, वोट बैंक को कवर करने का सम्मान या लक्ष्य
1990 का दशक मंडल कमंडल राजनीति का समय था। तभी से भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी एक-दूसरे का विरोध कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपना अस्तित्व बचाने के लिए ही नहीं बल्कि एक मुकाम हासिल करने के लिए अयोध्या में राम मंदिर का सहारा लिया है। जब बीजेपी इसके लिए मुलायम सिंह यादव को एल फेल कहती रही.
बीजेपी ने कभी मुलायम सिंह यादव को अप्रत्यक्ष रूप से मुन्ना मुलायम की उपाधि दी थी, अब लोग मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण दे रहे हैं.
मुलायम सिंह यादव को दिया गया यह सम्मान पार्टी यानी समाजवादी पार्टी के लिए भारतीय जनता पार्टी को धन्यवाद देने या न देने का सवाल बन गया है. एक तरफ बीजेपी मुलायम सिंह यादव का विरोध सपा से कर रही है तो दूसरी तरफ मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत सम्मानित कर वोट बैंक को निशाना बनाने की चर्चा है.
साथ ही सपा के कुछ नेता और कार्यकर्ता भी मुलायम सिंह यादव को यह सम्मान मिलने से खुश हैं और अब उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि सपा ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।