क्या सच में आंखों में देखने से आई फ्लू कंजंक्टिवाइटिस नहीं फैलता? जानिए
हमने ऐसी कई बातें सुनी हैं, जिनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं होता, लेकिन बड़ों की बातों पर हमें यकीन करना ही पड़ता है। लेकिन जब हम बड़े होकर इन बातों की जांच करना शुरू करते हैं तो पाते हैं कि इनमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। ऐसा ही एक मिथक हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि अगर हम आई फ्लू से पीड़ित किसी व्यक्ति की आंखों की जांच करें तो क्या हमें आई फ्लू हो जाएगा? आइये जानते हैं यह बात कितनी सच है
बारिश के मौसम में आंखों का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार यही वह मौसम है जब सबसे ज्यादा बैक्टीरिया पनपते हैं और जिसके कारण हम इंसान इसी मौसम में सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं। इन्हीं में से एक है आई फ्लू। इसे कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है।
क्या सचमुच यह बीमारी इसी तरह फैलती है?
जब हम इसकी कथा सुनते हैं तो इस बीमारी का डर और बढ़ जाता है। हालांकि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है, इस बीमारी का कारण एलर्जिक रिएक्शन है। लेकिन कई मामलों में यह बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी हो सकता है।
दिल्ली के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र कुमार ने कहा कि शुरू से ही लोगों में यह गलत धारणा रही है कि आजकल आई फ्लू संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने से फैलता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह बीमारी तभी फैलती है जब आप किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तु का इस्तेमाल करते हैं और फिर अपनी आंखों को छूते हैं।