हनुमान चालीसा का पाठ करते समय भूल कर भी न करें ये गलती; इसके कई गंभीर परिणाम होते हैं !
हनुमान चालीसा का पाठ करने से हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हनुमान जी की विशेष कृपा होती है। कहा जाता है कि हनुमान जी की पूजा मंगलवार और शनिवार को अवश्य करना चाहिए, क्योंकि मंगलवार हनुमान जी का दिन है और शनिवार को हनुमान पूजा करने श्री शनिदेव के कोप का भाजन नहीं होना पड़ता है क्योंकि हनुमान जी को शनिदेव ने आशीर्वाद दिया था कि जो लोग शनिवार को हनुमान जी की पूजा करेंगे उन पर शनिदेव की कुदृष्टि नहीं पड़ेगी।
आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ते समय हमें कौन-सी बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए :-
●चालीस पाठ जब भी करे स्नान करके ही करे।
●हनुमान चालीसा में हनुमान जी को चढ़ाये जाने वाला प्रसाद गुड और चने हो या बुंदिया चूरमा का होना चाहिए और इसमें तुलसी के पत्ते जरूर होने चाहिए।
●पाठ करने से पहले हनुमान जी की प्रतिमा पर चमेली के तेल और सिंदूर से श्रृंगार करे और उन्हें जनेऊ पहनाएं।
●कहा जाता है कि अगर हनुमान जी को प्रसन्न करना है तो सबसे पहले उनके प्रभु राम को प्रसन्न करना अच्छा रहता है। इसलिए सबसे पहले राम का नाम लें।
● पाठ शनिवार या मंगलवार को शुरू करें और 40 दिन करें।