मधुमेह के रोगियों को दालों का सेवन करना चाहिए
आजकल बहुत से लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं। यह बीमारी वंशानुगत होने के साथ-साथ खराब जीवनशैली के कारण भी होती है। जब शरीर के अग्न्याशय में इंसुलिन की कमी हो जाती है और शरीर में कम इंसुलिन पहुंचता है। इसलिए रक्त में ग्लूकोज की मात्रा भी बढ़ जाती है। इस स्थिति को मधुमेह कहा जाता है। अगर हम इंसुलिन की बात करें तो यह एक तरह का हार्मोन है। जो शरीर में पाचन ग्रंथि से बनता है और इसका काम भोजन को ऊर्जा में बदलना है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज क्या और कब खा रहे हैं, इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
डॉक्टर इसके लिए दवाइयां लिखते हैं और कई घरेलू उपाय भी हैं। जिसकी मदद से डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है. इसी तरह ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए मरीज को अधिक दालों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। दालों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, इससे मिलने वाला प्रोटीन आपको स्वस्थ रखेगा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दालों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के आहार फाइबर होते हैं। जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करता है। साथ ही अघुलनशील फाइबर के कारण रोगी को कब्ज की समस्या भी नहीं होती है।