दिल्ली सेवा विधेयक राज्यसभा में पेश, राघव चड्ढा ने शाह को दी ‘एडवांटिस्ट’ बनने की सलाह
दिल्ली सेवा विधेयक आज राज्यसभा में पेश किया गया। इसके विरोध में जब ‘आप’ सांसद राघव चड्ढा ने बीजेपी पर निशाना साधा. राघव चड्ढा ने शायराना अंदाज में कहा कि ‘अगर विरोध हो तो, जिंदगी थोड़ी है, सब कुछ धुआं है, आसमां है, आग थोड़ी है, हम घर कई बार आएंगे, हां, बस हमारा घर थोड़ी है।’
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि यह राजनीतिक धोखा है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारतीय जनता पार्टी ही दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग करती थी. उन्होंने कहा कि एक समय था जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उपप्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी खुद इस सदन में संविधान संशोधन विधेयक 2003 लेकर आये थे, जिसमें दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की गयी थी. इसके बाद 2013 के चुनाव घोषणा पत्र में बीजेपी ने कहा था कि हम दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देंगे.
चड्ढा ने लोकसभा में शाह के बयान पर भी पलटवार किया. शाह ने लोकसभा में पंडित जवाहरलाल नेहरू के बयान को दोहराते हुए दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का विरोध किया। इस बयान पर पलटवार करते हुए चड्ढा ने शाह को नसीहत देते हुए कहा कि आपको नेहरूवादी नहीं होना चाहिए, आप सिर्फ आडवाणीवादी हैं, जिन्होंने खुद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की थी.
यह बिल एक राजनीतिक धोखाधड़ी और संवैधानिक पाप है. केंद्र ने यह बिल लाकर लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मदन लाल खुराना का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 25 साल से बीजेपी दिल्ली में चुनाव नहीं जीत सकी, इसलिए चुनी हुई सरकार को बर्बाद कर रही है. बीजेपी ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने वाले अध्यादेश को लेकर बीजेपी ने संदेश दिया कि हम सुप्रीम कोर्ट को चुनौती देते हैं. आप जो फैसला दे रहे हैं, उसे हम कुछ ही दिनों में अध्यादेश लाकर पलट देंगे.
राघव चड्ढा ने कहा कि इस बिल की स्थिति भी पिछले बिलों की तरह ही होगी. बिल का विरोध करते हुए आप सांसद ने कहा कि नौकरशाही की ओर से जवाबदेही की श्रृंखला टूट गई है. इस बिल के पास होने से अधिकारी अब मुख्यमंत्री या मंत्री की बात नहीं सुनेंगे. यह बिल सीधे उपराज्यपाल एलजी को सुपर पावर देता है