पुदिना का सेवन शरीर के लिये बहुत फायदेमंद है. शारीरिक समस्या होगी दूर
पुदिना एक औषधिय, स्वासिक और खुशबूदार है. इस का उपयोग हमेशा सब्जी में डालने के लिये किया जाता है. पुदिना पुरे विश्व में पाया जाता है. पुदिना औषधिय गुनो के कारन स्वास्थ्य में लाभदायक माना जाता है. टफ्ट्स यूनिवर्सिटी बोस्टन ने शोध में यह बताया की पुदिना में एंटीट्यूमर, एंटी-एलर्जेनिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरस, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाये जाते है. इसलिये पुदिना का सेवन शरीर के लिये बहुत फायदेमंद है.
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक आमतौर का विकार है. जो बडी आंत को प्रभावित करता है. इंसकी वजह से पेट दर्द, दस्त और कब्ज की समस्या हो सकती है. पुदिना का उपयोग इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम को दूर करणे में मदत मिलती है. वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पुदिना की चाय में एंटीसेप्टिक गुण पाया जाता है. इसलिये पुदिना की चाय पिने से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के विकार से आराम मिल सकता है.
अवसाद और तणाव के स्थिती में भी पुदिना फायदेमंद साबित होता है. पुदिना में एैसे गुण है जो काई सारी समस्या के साथ तणाव जैसी समस्या को भी लाभ पहुंचा सकता है. पुदिना के चाय में भी कई फायदे है तणाव को दूर करना, पेट दर्द, पाचन की समस्या, मुंह की दुर्गंधी और कही रोगो पर पुदिना की चाय मदत कर सकता है.
पुदिना याददाश बढाने में एक औषधीय गुण से कम नहीं. इस संबंधी इंग्लैंड की एक यूनिवर्सिटी में शोध लगाया गया है की 180 युवाओं को पुदिना की चाय का सेवन किया गया था. 20 मिनिट बाद शोधकर्ताओं ने युवाओं में कई सकारात्मक परिणाम देखे जैसे की सजगता में वृद्धि और मस्तिष्क कार्य प्रणाली में तेजी.
शोध में यह भी साबित हो गया है की पेपरमिंट चाय याददाश्त और याददाश्त की गती बढाने में सहायक करती है. इस लिये इस आधार पर माना जा सकता है की याददाश्त के साथ वृद्धि और मस्तिष्क कार्य को भी पुदिना लाभदायक है. इस लिये पुदिना की चाय और पुदिना सब्जी में हमे इस्तमाल करना चाहीये.