कैंसर है या नहीं, बताएँगे आपके मुंह में हो रही यह चीज़ें
यूनाइटेड नेशन के मुताबिक दुनियाभर में हर साल तंबाकू की वजह से 50 लाख लोग अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठते हैं। भारत में हर एक लाख में से 20 लोग मुंह के कैंसर से पीड़ित हैं जो कि सभी प्रकार के कैंसर का 30 प्रतिशत हिस्सा है। मुंह के कैंसर के कारण रोजाना 5 से अधिक लोग मर जाते है। मुंह का कैंसर यानी ओरल कैंसर मुंह के अंदर के हिस्से जैसे होंठ, जीभ और गले में होता हैं। मुंह के कैंसर से जो लोग मरते है, उनमें अधिकतर लोगों को यह कैंसर तम्बाकू खाने से होता है। मुंह का cancer महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक होता है। इसका कारण हैं पुरुषों द्वारा बीड़ी, सिगरेट और अन्य नशीली चीजों का सेवन करना। एक रिसर्च के मुताबिक 25 प्रतिशत मुंह का कैंसर नशीली चीजों के सेवन से होता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि मुंह के कैंसर का कारण कभी-कभी मुंह के अंदर का अल्सर भी बन जाता है, इसीलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मुंह के कैंसर से बचने के लिए cancer होने के कारणों का पता होना जरुरी होता है और मुंह के कैंसर का इलाज समय पर हो, इसके लिए मुंह के कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता होना बहुत जरुरी है।
1. आपके मुंह में अगर अल्सर हो तो दो से तीन दिन में ठीक हो जाता है और यह एक सामान्य समस्या है। लेकिन अगर ये अल्सर 15 दिन तक ठीक न हो तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। लंबे समय तक अल्सर होना मुंह के cancer का लक्षण है।
2. मुंह के अंदर कहीं गांठ महसूस हो रही हो तो फौरन डॉक्टर के पास जाए। मुंह के अंदर किसी भी हिस्से जैसे गले में, होंठ पर भी गांठ दिखाई दे तो इन गांठो की जांच कराएं। ये कैंसर की गांठे भी हो सकती है।
3. अगर आपका मुंह बार-बार सुन्न हो जाता है तो इस संकेत को इग्नोर न करें। यह मुंह के cancer के लक्षणों में से एक है।
4. कई लोगों को गले में टॉन्सिल की समस्या होती है। खाने-पीने या कुछ निगलने में गले में दर्द महसूस होता है लेकिन अगर यह चीजें लगातार हो रही है तो जांच जरूर कराएं।
5. मुंह से खून आने लगे तो इसे कतई नजरअंदाज न करें। बिना किसी कारण मुंह से खून बहना मुंह cancer का संकेत हो सकता है।
6. मुंह के अंदर कोई भी रंग परिवर्तन दिखे तो उसे इग्नोर न करें। मुंह में बार-बार लाल या सफेद धब्बे निकल आएं और लंबे समय तक ठीक नहीं होते हैं तो यह माउथ cancer का संकेत हो सकता है।
7. बुढ़ापे में दांतों का गिरना या ढीला होना समझ आता है लेकिन अगर कम उम्र में दांत ढीले होकर टूटने लगे तो ये माउथ cancer का कारण हो सकता है।