क्या किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने मात्र से आई फ्लू हो सकता है
आप आँखों में देखने से संक्रमित नहीं हो सकते जब तक कि आपने उस व्यक्ति या रोगी की कोई चीज़ इस्तेमाल नहीं की हो। आपको फ़्लू केवल तभी हो सकता है जब आप किसी संक्रमित व्यक्ति की चीज़ का उपयोग करते हैं।
फैक्ट चेक: मानसून के मौसम में कई तरह के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों बाढ़ और बारिश के बाद राजधानी दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में फ्लू का खतरा भी बढ़ गया है. अस्पताल में उनके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आम बोलचाल की भाषा में हम इसे कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं क्योंकि इसमें आंख पूरी तरह से लाल हो जाती है। मेडिकल भाषा में इस बीमारी को कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है। इसे लेकर बहुत भ्रम है, कुछ लोगों का मानना है कि संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने से भी फ्लू हो सकता है। अगर सच में ऐसा होता है तो आइए जानते हैं इस बारे में डॉक्टर का क्या कहना है।
नेत्रश्लेष्मलाशोथ क्या है?
बारिश के मौसम में नमी के कारण कई तरह के बैक्टीरिया, वायरस और फंगस पनपने लगते हैं, जिससे आंखों में संक्रमण देखने को मिलता है। डॉक्टर के मुताबिक इसमें आंखें लाल हो जाती हैं। आँखों से पानी आता है. आंखें भी चुभ सकती हैं. कभी-कभी आंखों से पानी बहने लगता है, जिससे पलकें आपस में चिपक जाती हैं। आँखों की सूजन. वहीं, कुछ मामलों में वायरल कंजंक्टिवाइटिस में कॉर्निया प्रभावित होने पर आंखें भी धुंधली दिखाई देने लगती हैं।
क्या संक्रमित आँखों में देखने से भी फ्लू होता है?
सालों से यह माना जाता रहा है कि अगर आप आई फ्लू से संक्रमित किसी व्यक्ति की आंखों में देखते हैं तो आपको भी फ्लू हो सकता है। बचपन में भी स्कूल में अक्सर ऐसी बातें सुनने को मिलती थीं. लेकिन क्या सच में ऐसा होता है? तो इस सवाल का जवाब है नहीं… आंखों में देखने से आप संक्रमित नहीं होंगे, जब तक आप उस व्यक्ति या मरीज की कोई चीज इस्तेमाल नहीं करते। आपको फ्लू केवल तभी हो सकता है जब आप किसी संक्रमित व्यक्ति का तौलिया या मेकअप का सामान इस्तेमाल करते हैं या उनकी आंखों के संपर्क में आते हैं।
अगर कंजंक्टिवाइटिस हो जाए तो क्या करें?
काले चश्मे का प्रयोग करें, किसी के करीब जाने से बचें।
अपनी आँखें साफ़ रखने का प्रयास करें।
आंखों से कीचड़ या स्राव आने पर आंखों को रुई से साफ करें।
डॉक्टर द्वारा बताए अनुसार समय-समय पर एंटीबायोटिक ड्रॉप्स और लुब्रिकेंट डालते रहें।
यदि एक आंख संक्रमित है, तो इस्तेमाल किए गए रूमाल या हाथ से दूसरी आंख को न छुएं।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें
अगर आंखों में किसी भी तरह की समस्या है तो आपको आंखों पर गर्म सिकाई करनी चाहिए।
आंखों का मेकअप करने से बचें.