व्यापार : 3000 से ज्यादा भारतीय कंपनियों के चीनी डायरेक्टर, संसद में मंत्री ने दी जानकारी
एक तरफ सीमा विवाद को लेकर कपटी ड्रैगन कभी-कभी भारतीय सैनिकों से भिड़ गए हैं, हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत-चीन के सैनिकों के बीच फिर से हिंसक झड़प की घटना सामने आई है, जिससे भारत ने एक बार फिर आवाज उठाई है. चीन के साथ व्यापार बंद करने की हकीकत कुछ और है। संसद में राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि ‘कॉरपोरेट डेटा मैनेजमेंट (सीडीएम) के आंकड़ों के अनुसार, 174 चीनी कंपनियां भारत में विदेशी कंपनियों के रूप में पंजीकृत हैं और 3560 कंपनियों में चीनी निदेशक हैं।
भारत चीन से क्या खरीदता है?
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि भारत मुख्य रूप से चीन से इलेक्ट्रॉनिक आइटम, टीवी कैमरा, ऑटो एक्सेसरीज, केमिकल, कॉपर, स्टील, सर्किट, सेमीकंडक्टर, फर्टिलाइजर जैसे सामान आयात करता है. चीन का भारतीय मोबाइल बाजार में करीब 55 से 56 फीसदी तक कब्जा है।
दिल्ली मेट्रो में SUGC (शंघाई अर्बन ग्रुप कॉर्पोरेशन) नाम की एक चीनी कंपनी भी काम कर रही है। इसके अलावा भारत फार्मा उद्योग में इस्तेमाल होने वाले करीब 60 से 70 फीसदी रसायन चीन से खरीदता है।
भारत और चीन के बीच सीमा तनाव के बावजूद 62 प्रतिशत स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बावजूद दोनों के बीच व्यापारिक संबंध अभी भी बरकरार हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी कंपनियों का दबदबा है। भारत सरकार द्वारा लगातार निगरानी और आर्थिक नाकाबंदी के बावजूद, Xiaomi, Vivo और Oppo देश के शीर्ष-5 स्मार्टफोन ब्रांडों में शामिल हैं। आपको बता दें कि 2020 में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ने के बाद सरकार ने टिकटॉक, हैलो जैसे कई लोकप्रिय ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था।
गौरतलब है कि भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी 62 फीसदी है जबकि लावा जैसी भारतीय कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी 1 फीसदी से भी कम है। माइक्रोमैक्स, कार्बन, स्पाइस और लावा जैसे भारतीय ब्रांडों ने पिछले कुछ वर्षों में बाजार पर अपनी पकड़ खो दी है। 2014 में ओप्पो, वीवो और वन प्लस और 2018 में रियलमी ने भारत में एंट्री की। वहीं 2020 में IQ ने भी भारत में अपने स्मार्टफोन लॉन्च किए और इससे पहले मशहूर स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi ने देश के स्मार्टफोन बाजार में अपना परचम लहराना शुरू कर दिया था। फिलहाल देश की टॉप 5 स्मार्टफोन कंपनियों में Xiaomi, Oppo, Vivo जैसे नाम हैं और भारतीय कंपनियां इनके आसपास भी नहीं हैं।