अदतिया एल1 मिशन ने सफलता की ओर बढ़ाया एक और कदम, चौथी बार सफलतापूर्वक बदली कक्षा
भारत के पहले सूर्य मिशन के हिस्से के रूप में लॉन्च किए गए आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान ने अपना चौथा ‘अर्थ बाउंड पैंतरेबाज़ी’ सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी है। ‘अर्थ बाउंड पैंतरेबाज़ी’ का अर्थ है पृथ्वी की परिक्रमा करना और अपने गुरुत्वाकर्षण बल के माध्यम से अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए गति उत्पन्न करना।
आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान का पहला, दूसरा और तीसरा पृथ्वीगामी युद्धाभ्यास 3, 5 और 10 सितंबर को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसरो का अंतरिक्ष यान 16 दिनों तक पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला है। इस युद्धाभ्यास के दौरान, आगे की यात्रा के लिए पर्याप्त गति प्राप्त की जाएगी। पांचवें अर्थ बाउंड युद्धाभ्यास के सफल समापन के बाद, आदित्य एल-1 लैग्रेंज पॉइंट की अपनी 110-दिवसीय यात्रा के लिए प्रस्थान करेगा। इसरो ने कहा है कि इससे अंतरिक्ष यान के जरिए सूर्य की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी मिलेंगे सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य एल-1 विभिन्न प्रकार के उपकरण ले गया है। सूर्य से चले जाओ सोलर फ्लेयर्स, कोरोनल मास इजेक्शन जैसी चीजों पर नजर रखना बहुत जरूरी है।