ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य के ये 5 स्वभाव उसकी उम्र को कम कर देते हैं

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भगवान कृष्ण ने गीता में मृत्यु के बारे में ज्ञान दिया है। गीता में कहा गया है कि मृत्यु निश्चित और सत्य है। जो भी इस धरती पर जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है।

महाभारत में धृतराष्ट्र ने विदुर से पूछा कि शास्त्रों में लिखा है कि मनुष्य की आयु 100 वर्ष होती है। फिर भी लोग समय से पहले क्यों मरते हैं? तब विदुर ने धृतराष्ट्र को अकाल मृत्यु के छह कारण बताए, जिससे मनुष्य की आयु कम हो जाती है .

*क्रोध है मृत्यु का कारण:-
क्रोध व्यक्ति के जीवन को छोटा कर देता है l क्रोध में व्यक्ति गलतियाँ करता है जिससे मृत्यु हो जाती है l क्रोध बीमारी का कारण बनता है l प्राचीन काल में, रूसी संत क्रोध पर नियंत्रण रखते थे और लंबा जीवन जीते थे l

*अहंकार व्यक्ति की आयु को कम कर देता है:-
अहंकार अहंकारी का सबसे बड़ा शत्रु है। अहंकार अहंकारी की आयु कम कर देता है। अहंकारी बड़ों का आदर और छोटों का आदर करना भूल जाता है। यहाँ तक कि स्वयं भगवान भी अहंकारी से अप्रसन्न होते हैं।

* स्वार्थी लोग:-
स्वार्थ के कारण व्यक्ति अच्छे और बुरे में अंतर नहीं जान पाता l और किसी में भी बुरा देखना नहीं भूलता l स्वार्थ व्यक्ति को पापी बना देता है l और यही स्वार्थ व्यक्ति के अंत या विनाश का कारण बनता है l

*मानव आवाज:-
अपनी वाणी में सदैव मधुरता रखना आवश्यक है। क्योंकि यदि कोई व्यक्ति अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रखेगा तो वह क्रोध करने वाला तथा दूसरों से घृणा करने वाला व्यक्ति बन जाएगा।l

*व्यक्ति को दयालु न होना :-
मनुष्य का स्वभाव दयालु होना चाहिए। इसके अलावा उसके मन में समर्पण की भावना होनी चाहिए। क्योंकि अपनी दयालु भावनाओं से ही व्यक्ति को दूसरों से आशीर्वाद मिलता है, जिससे उसकी उम्र लंबी होती है।

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