एक सभ्य मनुष्य को किस व्यक्ति के घर में खाना नहीं करना चाहिए, आइये जाने विस्तार से
व्यक्ति को एक बार तो गरुण पुराण अवश्य पढना चाहिए, आपको बता दें कि गरुण पुराण के रचना वेदव्यास ने की थी। इस पुराण में मनुष्य की मृत्यु के पश्चात होने वाली घटनाओं के विषय मे विस्तार से बताया गया है। इसी पुराण में ये भी बताया गया है कि एक सभ्य मनुष्य को किस व्यक्ति के घर में खाना नहीं चाहिए, आइये जाने।
ऐसा व्यक्ति को किसी आपराधिक घटना अथवा चोरी करने की घटना में शामिल हो उसके घर मे भोजन नही करना चाहिये। वरना आप भी उसके पाप के भागीदार बन जाते है।
किसी किन्नर या नपुंसक को हमारे ग्रन्थों में दान देने के बारे बताया गया है। उनसे कोई वस्तु नही लेनी चाहिए न ही उनके घर भोजन करना चाहिए वरना आप पाप के भागीदार बन जाते है।
वो मनुष्य किसी गंभीर रोग या छूत के रोग से पीड़ित जो तो उसके घर मे भोजन करने से आपको को वो रोग होने के संभावना बढ़ जाती है।
ऐसा व्यक्ति जो क्रोधी स्वभाव का हो उसके घर मे भी भोजन नही करना चाहिए अन्यथा उसके अवगुण आपके भीतर आ सकते है।
ऐसा व्यक्ति जो नशीली चीज़ो को बेच कर धन अर्जित करता है उसके घर मे भोजन नही करना चाहिए। क्योंकि वो धन ऐसे व्यक्तियों का होता है जो नशे के कारण अपना घर तक बर्बाद कर देते है। ऐसे में आप भी उसके पाप में भागीदार बन जाते है।
ऐसी स्त्री जो समाज में अपने चरित्र के कारण बदनाम हो उसके घर मे भी भोजन नही करना चाहिए। वरना बेवजह आप भी समाज मे बदमान हो सकते है।