Ganesh Chaturthi पर करें इन मंदिरों के दर्शन, मात्र पूजा करने से पूरी होगी हर मनोकामना
Ganesh Chaturthi के पहले दिन लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करते हैं। 10 दिन तक दिनरात उनकी पूजा करते हैं और गणेश चतुर्थी के आखिरी दिन बाबा का विसर्जन कर उन्हें विदा करते हैं। वहीं कुछ लोग गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को समर्पित प्राचीन मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं। इन दिनों गणेश जी की पूजा और उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाने से साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं देश के तीन प्रसिद्ध गणेश जी के उन मंदिरों के बारे में, जहां दर्शन करने मात्र से भक्तों की हर इच्छा पूरी होती है।
सिद्धिविनायक मंदिर
मुंबई में मौजूद सिद्धिविनायक मंदिर को देश के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन टेंपल में से एक माना जाता है। यहां पर आमजन के अलावा मशहूर हस्तियां और बड़े-बड़े अधिकारी भी आए दिन भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। माना जाता है कि जो लोग सच्चे मन से इस मंदिर के दर्शन करते हैं, उनकी सभी मनोकामना बप्पा तुरन्त पूरी करते हैं।
खजराना गणेश मंदिर
मध्य प्रदेश के इंदौर में मौजूद खजराना गणेश मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। सालभर पर यहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दौरान यदि कोई व्यक्ति यहां पर आकर बाबा का आशीर्वाद लेता है, तो उसे जीवन में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिर को खासतौर पर फूलों और लाइटों से सजाया जाता है। इसके अलावा 10 दिन मांगलिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। ये मंदिर अपनी खूबसूरत दीवारों और द्वार के लिए भी देशभर में प्रसिद्ध है, क्योंकि मंदिर की बाहरी दीवार को चांदी से बनाया गया है, जिसमें कमाल की नक्काशी की गई है। इस मंदिर में भगवान गणेश की जो मूर्ति मौजूद है, उसका रोजाना फूल और फल से श्रृंगार किया जाता है।
मोती डूंगरी मंदिर
मोती डूंगरी मंदिर का नाम देश के सबसे खूबसूरत और प्राचीन गणेश मंदिरों में आता है। ये राजस्थान के जयपुर में स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मोती डूंगरी मंदिर में जो भगवान गणेश की मूर्ति है, वो कम से कम पचास साल पुरानी है। जिसे गुजरात से लाया गया था।
वैसे तो इस मंदिर में सालभर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन गणेश चतुर्थी के दौरान तो यहां पर पैर रखने की भी जगह नहीं होती है। कहा जाता है कि इस मंदिर में गणेश जी के दर्शन करने और उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाने से प्रत्येक भक्त की हर इच्छा पूरी होती है।