तांबे के बर्तन में पीते हैं पानी, क्या आप भी करते हैं ये गलतियां? हानि हो सकती है

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तांबे के बर्तन का पानी: आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। हमारे देश में प्राचीन काल से ही लोग तांबे के बर्तनों का उपयोग करते आ रहे हैं। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। तांबे के बर्तन में रखा पानी एक प्राकृतिक डिटॉक्स पेय है। इसके अलावा तांबे के बर्तन में रात भर रखे पानी में मौजूद सभी बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और यह पानी शुद्ध हो जाता है। बहुत से लोग नहीं जानते कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से पहले कुछ बातें जानना बहुत जरूरी है। कई लोग तांबे के बर्तन से पानी पीते समय कई गलतियां करते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में।

क्या आप भी पीते हैं तांबे के बर्तन में पानी? जानिए ये बातें, ये 4 गलतियां करने से बचें

तांबे के बर्तन में पानी रखने के लिए सामान्य कमरे का तापमान सबसे अच्छा होता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी फ्रिज जैसी जगह पर नहीं रखना चाहिए। साथ ही बहुत अधिक पानी या लंबे समय तक 2 गिलास से ज्यादा पानी पीना भी हानिकारक हो सकता है। ऐसा करने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

तांबे के बर्तन में पानी किसे नहीं पीना चाहिए?

तांबे के बर्तन में रखा पानी स्वास्थ्य लाभ तो देता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह परेशानी का कारण भी बन सकता है। एसिडिटी की समस्या, रक्त संबंधी असामान्यताएं और शरीर की अत्यधिक गर्मी से पीड़ित लोगों को यह पानी बिल्कुल नहीं पीना चाहिए। अगर ये लोग तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं तो इन्हें उल्टी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

तांबे के बर्तन का पानी कब नहीं पीना चाहिए? , तांबे के बर्तन में नींबू और शहद का पानी

अक्सर हम कई स्वास्थ्य लाभों के लिए सुबह खाली पेट नींबू और शहद का पेय पीते हैं, लेकिन इसे तांबे के गिलास में पीने से पूरी तरह से बचना चाहिए। नींबू में पाया जाने वाला एसिड तांबे के साथ प्रतिक्रिया करता है। इससे पेट दर्द, गैस और उल्टी भी हो सकती है।

क्या तांबे के बर्तन से पानी पीने के कोई दुष्प्रभाव हैं?

तांबे के बर्तनों की उचित देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है। इन बर्तनों को हमेशा साफ रखना चाहिए। ये बर्तन जल्दी ऑक्सीकृत हो जाते हैं। इसलिए इन बर्तनों को धोने के लिए नींबू के रस और इमली का इस्तेमाल करें। उपयोग में न होने पर इन बर्तनों को अच्छी तरह सूखे स्थान पर रखें।

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