गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें, नहीं तो पूजा नहीं होगी सफल
सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है। इसलिए गणेश चतुर्थी हर महीने की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है। लेकिन भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि इसी दिन बप्पा का जन्म हुआ था। इसीलिए इसे गणेशोत्सव के नाम से जाना जाता है, जो 10 दिनों तक चलता है और अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होता है। इस दिन बप्पा गणपति को विधिपूर्वक घरों और सार्वजनिक पंडालों में विराजमान किया जाता है।
इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर, मंगलवार से शुरू हो रही है। इस दिन से लेकर अगले 10 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए लोग विभिन्न तरीकों से उनकी पूजा करते हैं। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि भगवान गणेश जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं। वह उतनी ही जल्दी क्रोधित भी हो जाते हैं। वेदों के अनुसार भगवान गणेश को कुछ चीजें चढ़ाना वर्जित माना गया है।
भगवान गणेश को भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें
तुलसी
भगवान गणेश को तुलसी न चढ़ाएं। तुलसी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। लेकिन भगवान गणेश को भोग लगाना वर्जित है। पौराणिक कथा के अनुसार, तुलसी ने भगवान गणेश के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा था। लेकिन गणपति जी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। जिसके बाद वे तुलसीजी से नाराज हो गए और गणेशजी को दो विवाह करने का श्राप दे दिया। इससे क्रोधित होकर भगवान गणेश ने भी तुलसी को एक राक्षस से विवाह करने का श्राप दे दिया। लेकिन बाद में जब भगवान गणेश प्रकट हुए तो उन्होंने तुलसी से कहा कि तुम विष्णु की प्रिय बन जाओगी। परन्तु मेरी पूजा में तुम्हारा प्रयोग न होगा।
केतकी का फूल
गणपति को केतकी के फूल न चढ़ाएं, केतकी के फूल शापित माने जाते हैं। यही कारण है कि भगवान शिव को केतकी का फूल नहीं चढ़ाया जाता है। भगवान गणेश भगवान शिव के पुत्र हैं। इसी कारण से उन्हें यह फूल चढ़ाने से भी मना किया जाता है।
टूटे और सूखे चावल
भगवान गणेश को कभी भी टूटे हुए चावल न चढ़ाएं। इसलिए उन्हें हमेशा साबूत चावल यानि कि बिना टूटे चावल ही चढ़ाए जाते हैं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि उन्हें सूखे चावल नहीं बल्कि चावल भिगोने के बाद ही परोसें.
सफेद चीजें
बप्पा को सफेद चीजें न चढ़ाएं भगवान गणेश को सफेद चीजें चढ़ाना सख्त मना है, क्योंकि सफेद रंग का संबंध चंद्रमा से होता है। पौराणिक कथा के अनुसार चंद्रदेव को अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड था। ऐसे में एक बार उन्होंने गणेश जी के रूप का मजाक उड़ाया था. ऐसे में भगवान गणेश क्रोधित हो गए और उन्हें श्राप दे दिया. इसी कारण से भगवान गणेश को चंद्रमा से संबंधित सफेद वस्तुएं चढ़ाना वर्जित है। इसलिए भगवान गणेश को सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सफेद फूल आदि नहीं चढ़ाए जाते।
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