कछुए की अंगूठी हमेशा दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहननी चाहिए
शरीर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए सोना, हीरे और चांदी महिलाओं की पहली पसंद माने जाते हैं। खूबसूरती के साथ-साथ इसे धार्मिक दृष्टि से भी बहुत शुभ माना जाता है। चांदी की अंगूठी पहनने से कुंडली में शुक्र की स्थिति भी मजबूत होती है। आजकल फैशन मार्केट में कछुए की डिजाइन वाली चांदी की अंगूठियां ट्रेंड में हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र में इससे जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं। जिन्हें अपनाने से विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं कछुए की अंगूठी से जुड़े वास्तु टिप्स।
कछुए की अंगूठी के लाभ: मान्यताओं के अनुसार कछुए की अंगूठी धन को आकर्षित करती है। यदि कोई व्यक्ति ऐसी अंगूठी पहनता है तो उसके जीवन से दुर्भाग्य दूर हो जाता है।
अंगूठी कैसे पहनें: कछुए की अंगूठी हमेशा दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहननी चाहिए। ऐसा करने से सदैव शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अगर आप शीघ्र शुभ फल पाना चाहते हैं तो इसे शुक्रवार के दिन धारण करना शुभ होता है।
चांदी की अंगूठी समाज में मान-सम्मान बढ़ाने का काम करती है। अगर आप समाज में मान-सम्मान बढ़ाना चाहते हैं तो हाथ में चांदी का छल्ला पहनें। साथ ही गुस्सा नियंत्रित रहता है और मन भी शांत रहता है।
मां लक्ष्मी की कृपा रहेगी
मां लक्ष्मी की असीम कृपा पाने के लिए कनिष्ठिका उंगली में चांदी की अंगूठी पहननी चाहिए। ऐसा करने से घर में धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है। कछुए की अंगूठी चांदी की धातु में पहनना शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है। एक बार पहनने के बाद इसे पलटें नहीं और सुनिश्चित करें कि यह हमेशा आपकी ओर ही रहे। ऐसा न करने पर इसकी दिशा बदल जाती है, जिससे धन के आगमन में दिक्कत आती है।
सूचना:- इस लेख में दी गई सभी जानकारी विभिन्न ज्योतिषियों/पंचांग/शिक्षाओं/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों के विभिन्न स्रोतों से संकलित कर आप तक पहुंचाई गई है। हमारा उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है. इसके लिए किसी विशेषज्ञ का मार्गदर्शन लें।