शरद पवार ने बागी नेताओं को आड़े हाथों लिया, पीएम मोदी की भी आलोचना की

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने आज फिर अपनी पार्टी तोड़ने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों ने पार्टी छोड़ी है, लेकिन एक-एक विधायक के जाने का मतलब यह नहीं है कि पूरी राजनीतिक पार्टी टूट गई है. पवार ने आगे कहा कि मैं एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और जयंत पाटिल महाराष्ट्र में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। जब शरद पवार से पूछा गया कि क्या आप पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं के प्रति नरम रुख अपना रहे हैं? जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि बागियों का नाम बोलकर उन्हें महत्व क्यों दिया जा रहा है.

पहले सुप्रिया के बयान का किया समर्थन, बाद में लिया यू-टर्न?

इससे पहले शरद पवार की बेटी और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा था कि एनसीपी में कोई टूट नहीं है और पार्टी नेता अजित पवार ही बने रहेंगे. इस मामले पर शरद पवार ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, हां…इसमें कोई विवाद नहीं है. लेकिन कुछ घंटों बाद ही पवार ने यू-टर्न ले लिया और कहा, उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया.

शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अजित ने बगावत कर दी और एनसीपी पर मुकदमा कर दिया

गौरतलब है कि 2 जुलाई को अजित पवार और 8 अन्य एनसीपी विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी थी और महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए थे. इस दंगे के बाद महाराष्ट्र में राजनीति भी गरमा गई है. बगावत के बाद अजित पवार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी पर दावा ठोका.

इसरो वैज्ञानिकों से मिलने के लिए पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ा: शरद पवार

चंद्रयान-3 मिशन के बारे में बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि यह मिशन हमारे लिए बड़ी सफलता है… भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया जाना चाहिए. वैज्ञानिकों से मिलने के लिए प्रोटोकॉल तोड़कर इसरो कंट्रोल सेंटर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, लेकिन ठीक… उन्होंने मोदी की आलोचना करते हुए कहा, वह स्थानीय निकाय चुनाव नहीं, केवल लोकसभा चुनाव चाहते हैं। वे ‘जनमत’ (लोगों की प्रतिक्रिया) नहीं जानना चाहते.

हसन मुश्रीफ सरकार की तारीफ कर ईडी छापे से बच गए

अजित पवार गुट में शामिल हुए एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ के बारे में पवार ने कहा, ‘उन्हें ईडी की छापेमारी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब कार्रवाई बंद हो गई है… यह पता नहीं है कि उन्होंने किसके साथ बातचीत शुरू की।’ उन्होंने कहा कि हसन मुशर्रफ सत्ताधारी पार्टी की तारीफ करके बच निकलने में कामयाब रहे.

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