साल में सिर्फ एक दिन खुलता है भगवान विष्णु का यह मंदिर: क्या है इसके पीछे की वजह?

0 77
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो कई रहस्य छुपाए हुए हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते। ऐसा ही एक खूबसूरत मंदिर है उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित फूली नारायण मंदिर। उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता से घिरा यह मंदिर भक्तों को आकर्षित करता है। पहाड़ी की चोटी पर बने इस मंदिर में कोई भी पहुंच सकता है , लेकिन इसके दरवाजे भक्तों के लिए साल में केवल एक दिन ही खोले जाते हैं, जो रक्षी पालिमा है। फुली नारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।

देवधूम उत्तराखंड एक ऐसी जगह है जहां भक्त केवल राक्षसी पलिमा के दिन ही इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर का दरवाजा सूर्योदय के समय खुलता है और सूर्यास्त के बाद यह दरवाजा एक साल के लिए बंद कर दिया जाता है।
क्या है इस मंदिर का इतिहास -:
फूली नारायण मंदिर की भव्यता अद्भुत है l मंदिर से जुड़े इतिहास के अनुसार भगवान विष्णु अपने बामन अवतार से छुटकारा पाने के बाद पहली बार यहीं प्रकट हुए थे l बाद में वह पहली बार यहीं प्रकट हुए थे l तब देवर्षि नारद ने सबसे पहले यहां भगवान नारायण की पूजा की थी l यही कारण है कि यहां लोगों को केवल एक दिन के लिए पूजा करने का अधिकार मिलता है। नियमों के अनुसार महिलाएं अपने भाइयों को राखी बांधने से पहले भगवान विष्णु की पूजा करती हैं। नियमों के अनुसार, जो भाई अपनी बहनों के हाथों से राखी बंधवाते हैं, उन पर कभी कोई संकट नहीं आता है। इस मंदिर में. नहीं है
इस मंदिर के पास एक भालू गुफा है, जहां प्रसाद बनाया जाता है। प्रसादबंधन के दिन सभी के घरों से प्रसाद मक्खन यहां लाया जाता है और प्रसाद तैयार करके भगवान विष्णु को चढ़ाया जाता है।
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.