देशभर में 12 ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, एमईएस जबलपुर में 4 करोड़ के घोटाले में कार्रवाई तेज
मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) जबलपुर द्वारा पिछले 3 साल में निर्माण कार्य के लिए जारी किए गए टेंडर में करीब 4 करोड़ का घोटाला हुआ है। सीबीआई ने एमईएस के 8 कर्मचारियों में से 9 ठेका कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एमईएस कार्यालय जबलपुर सहित देश भर में 12 स्थानों पर छापेमारी की है और घोटाले से संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं।
सीबीआई और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक टीम ने जबलपुर, जोधपुर, प्रयागराज और शिलांग में एमईएस अधिकारियों और ठेकेदारों के परिसरों पर छापेमारी की। छापेमारी में घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज भी मिले हैं. सीबीआई के मुताबिक, फर्जी रेनोवेशन और निर्माण कार्य दिखाने वाले दस्तावेजों से पता चला है कि यह घोटाला साल 2020-21, 2021-22 और 2022-23 यानी पिछले 3 सालों में किया गया, जिसमें एमईएस के अधिकारी भ्रष्ट थे और निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पिछले 3 साल में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस जबलपुर द्वारा निर्माण कार्य से संबंधित जारी किए गए 14 टेंडरों में अनियमितताएं पाई गई हैं. ऐसी खबरें आई हैं कि पुस्तक में फर्जी प्रविष्टियाँ की गईं और पर्यवेक्षकों ने इसे पारित कर दिया। इस तरह 14 टेंडरों में करीब 4 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है.