सनातन धर्मगुरु पूर्णिमा का महत्व: गुरुभक्ति से मुक्ति पाने के लिए अपनाएं ये उपाय

0 412
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

सनातन धर्म में गुरु का महत्व है l गुरु की महिमा, महानता और सम्मान दर्शाने के लिए गुरु पूर्णिमा के कई महत्व हैं l हर साल आषाढ़ महीने के दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है l इस वर्ष आषाढ़ पालिमा 3 जुलाई को मनाया जाता है। पौराणिक परंपरा के अनुसार, यह दिन महाभारत के रचयिता वेद व्यास का जन्मदिन है, इसलिए इस दिन को व्यास पदिमा भी कहा जाता है।

* मान्यता है कि इस दिन जातक से गुरु दोष दूर करने के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं
* गुरु अशुभ हो तो रोजगार के क्षेत्र में रुकावटें, धन कमाने में बाधाएं, संतान सुख और विवाह में अनेक कठिनाइयां आती हैं।
* गुरु वेदविष को भगवान विष्णु का अंश कहा जाता है। इसलिए इस दिन भगवान सत्यनारायण का श्रवण या पूजन करने से जीवन में खुशियां आती हैं। आर्थिक परेशानियां भी दूर होती हैं।
* गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु बृहस्पति को पीली वस्तु अर्पित करें। इस दिन ‘ॐ बृहस्पति बृहस्पति’ का 108 बार जाप करने से जातक का गुरु मजबूत होगा और व्यवसाय में सुधार होगा।
* रसाटक में गुरु के अशुभ प्रभाव से शिक्षा के क्षेत्र में बाधा आती है इसलिए गुरु पद्म दिवस पर विद्यार्थियों को काली मिर्च की माला से “ओं ह्रीं ह्रीं श्रीं लक्ष्मी बासुदेवाय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।
* जातक में गुरु बल की कमी के कारण संतान प्राप्ति में कठिनाई आती है। नि:संतान दंपत्ति को इस दिन भगवान विष्णु को केशर, काली मिर्च, चंदन अर्पित करना चाहिए।
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.