पौराणिक महाकाल मंदिर में लड्डू प्रसाद के दाम बढ़े, जानें क्यों बढ़े दाम
उज्जैन के पौराणिक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में श्रावण-भाद्रव के दौरान 70 दिनों तक भक्तों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस दौरान किसी भी वीआईपी को प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. साथ ही 11 जुलाई से उज्जैन के भक्तों को अलग गेट से मंदिर में प्रवेश मिलेगा. श्रीमहाकालेश्वर प्रबंध समिति की बैठक में लड्डू प्रसाद के दाम बढ़ाने का भी फैसला पारित किया गया है.
श्रीमहाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक कलेक्टर एवं अध्यक्ष कुमार पुरूषोत्तम की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें 4 जुलाई से 11 सितम्बर तक श्रीमहाकालेश्वर भगवान के गर्भगृह में भक्तों के दर्शन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। इस बीच 1500 रुपये के जलाभिषेक की रसीद भी बंद हो जायेगी. इसके साथ ही श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सके इसके लिए प्रशासनिक तंत्र द्वारा भी समुचित व्यवस्था की जा रही है. जिससे सभी भक्तों को दर्शन करने में आसानी होगी. श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण-भाद्रवा माह के दौरान सुबह भस्म आरती के दौरान भस्मारती दर्शन की व्यवस्था होगी, जिसमें श्रद्धालु बिना पंजीकरण के, बिना रुके भस्मारती के दर्शन कर सकेंगे।
लाडवाना प्रसाद के 100 ग्राम के पैकेट की कीमत 40 रुपये की जगह 50 रुपये होगी
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्रीमहाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति भक्तों को महंगे दामों पर प्रसाद देती है. मंदिर को आर्थिक क्षति न हो इसके लिए लाडवन प्रसाद के बकाया मूल्य की गणना की गई। फिलहाल लाडवाना प्रसाद की प्रचलित कीमत 400.84 रुपये प्रति किलोग्राम है. इस प्रकार मंदिर को 40.84 रुपये की आर्थिक हानि हो रही है। लाडवाना प्रसाद की कीमत में बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है. अब से लडवान प्रसाद के 100 ग्राम के पैकेट की कीमत 40 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये, 200 ग्राम के पैकेट की कीमत 80 रुपये की जगह 100 रुपये, 500 ग्राम के पैकेट की कीमत 180 रुपये की जगह 200 रुपये हो गयी है. एक किलो लडवान प्रसाद की कीमत 360 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये तय की गयी है.