दिल्ली शराब नीति मामला: ईडी ने दायर की तीसरी पूरक चार्जशीट, मनीष सिसोदिया का नाम नहीं
ईडी ने दिल्ली के शराब आबकारी नीति घोटाले में अपना तीसरा पूरक आरोप पत्र दायर किया है। ईडी ने राजेश जोशी, राघव मगुन्टा और गौतम मल्होत्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। ईडी ने अदालत को बताया कि उन्होंने मामले में एक पूरक आरोपपत्र दायर किया है। वहीं, पूरक चार्जशीट दर्ज करने के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट 14 अप्रैल को मामले की सुनवाई करेगी.
ईडी ने अदालत को बताया कि गौतम मल्होत्रा को 7 फरवरी को, राजेश जोशी को 8 फरवरी को और राघव मगुन्टा को 10 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और इस तरह आरोप पत्र समय के भीतर दायर किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में अभी जांच जारी है. इसलिए और चार्जशीट दाखिल की जाएंगी। ईडी ने चार्जशीट में 5 कंपनियों को भी आरोपी बनाया है। आबकारी नीति में अब तक कुल 25 आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है।
विजय नायर – पूर्व सीईओ, ओनली मच लाउडर, मुंबई, अभिषेक बोइनपल्ली (हैदराबाद के व्यवसायी), सरथ चंद्र रेड्डी (आंध्र प्रदेश के व्यवसायी), बेनय बाबू (शराब व्यापारी) अमित अरोड़ा, मैसर्स (बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड) परनोद रिकार्ड आरोपी हैं चार्जशीट में।
दिल्ली सरकार के आबकारी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया को भी तीसरी चार्जशीट में आरोपी नहीं बनाया गया है, हालांकि चार्जशीट में “क्लीन चिट” नहीं है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि मनीष सिसोदिया समेत कई अन्य आरोपियों के नाम चौथी चार्जशीट में शामिल किए जाएंगे. यह भी संभावना है कि ईडी मनीष सिसोदिया के खिलाफ दायर होने वाली अगली चार्जशीट से पहले शराब कारोबार से जुड़े कुछ बड़े नेताओं और बड़े कारोबारियों से पूछताछ करने वाली है. फिलहाल उनका नाम नहीं बताया जा रहा है, क्योंकि जांच चल रही है।
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को एफआईआर में आरोपी नंबर एक यानी मुख्य आरोपी बनाया था। इस प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी के सूत्रों की मानें तो पिछले दो महीने में करीब दो दर्जन लोगों से पूछताछ के दौरान बेहद अहम इनपुट और बयान दर्ज किए गए हैं. निकट भविष्य में इसी मामले से जुड़े होने के कारण कुछ राजनीतिक हस्तियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.