केंद्र ने राज्यों को हनुमान जयंती पर कानून व्यवस्था बनाए रखने का दिया निर्देश, गृह मंत्रालय ने रामनवमी हिंसा के बाद राज्यों को किया सतर्क
आज हनुमान जयंती का पर्व है, देशभर के विभिन्न मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ पर्व मनाया जाएगा, वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को इस पर्व के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. देश के विभिन्न राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, बिहार, गुजरात में रामनवमणि पर्व के दिन साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी। उल्लेखनीय है कि ये घटनाएं अभी शांत भी नहीं हुई हैं कि आज हनुमान जयंती का पर्व आ गया है. इस त्योहार को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि शांति और सद्भाव भंग न हो।
कई राज्यों में हनुमानजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस संदर्भ में पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में भड़के सांप्रदायिक दंगों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए और सतर्क रहने की सलाह जारी की है. गृह मंत्रालय ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि हनुमान जयंती के मौके पर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए कि त्योहार उनके क्षेत्रों में शांतिपूर्वक मनाया जाए। समाज में शांति और सद्भाव को भंग करने वाले किसी भी कारक पर कड़ी नजर रखी जानी चाहिए।
पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर हुगली और हावड़ा जिलों में हिंसक झड़पें हुईं। अब हनुमान जयंती पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों को विशेष रूप से तैनात किया गया है. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को राज्य पुलिस की सहायता के लिए भेजा गया है। इस बीच विश्व हिंदू परिषद ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती के अवसर पर करीब 500 कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है. विहिप के राष्ट्रीय सहायक सचिव सचिंद्रनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति हथियार लेकर हनुमान जयंती जुलूस में शामिल नहीं होगा. प्रदेशभर में छोटे स्तर पर करीब 500 कार्यक्रम होंगे।
गौरतलब हो कि पिछले साल भी रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर कुछ राज्यों में जुलूसों पर पथराव हुआ था और माहौल अशांत हो गया था. इसी तरह इस साल फिर रामनवमी पर दंगे हुए।