अडानी ग्रुप ने रद्द किया अपना 20,000 करोड़ का FPO, लौटाएगा निवेशकों का पैसा
अडानी एंटरप्राइजेज ने अपने 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो ऑन पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) को रद्द करने की घोषणा की है। कंपनी ने एलान किया कि वह इस एफपीओ के निवेशकों का सारा पैसा लौटा देगी।
अडाणी ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के कारण कंपनी सवालों के घेरे में है। हिंडनबर्ग रिसर्च की इस रिपोर्ट में कंपनी पर भारी कर्ज का हवाला देकर टैक्स हैवन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है।
अडानी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल ने 1 फरवरी, 2023 को हुई अपनी बैठक में आंशिक रूप से चुकता आधार पर एक रुपये के अंकित मूल्य के साथ 20,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों के एफपीओ को मंजूरी दी। अपने ग्राहकों के हित में और आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है।
हमारा निर्णय हमारे वर्तमान संचालन या हमारी भविष्य की योजनाओं को प्रभावित नहीं करेगा। हम दीर्घकालिक मूल्य निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे और हमारी वृद्धि आंतरिक रूप से प्रबंधित की जाएगी। हमें विश्वास है कि हमें आपका सहयोग मिलता रहेगा।