भाई की मौत सांप के काटने से, पिता की बीमारी से मौत, ये है भारत को खिताब दिलाने वाली अर्चना देवी की कहानी, पढ़कर आएंगे आंसू
फाइनल में इंग्लैंड को हराकर भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम चैंपियन बनी। खिताबी मुकाबले में अर्चना देवी ने कमाल की गेंदबाजी और फील्डिंग की, उन्होंने 3 ओवर में अहम 2 विकेट लिए और एक शानदार कैच लपका. आज पूरा देश अर्चना देवी को पहचानता है, लेकिन इस पहचान के पीछे संघर्षों से भरी एक कहानी छिपी है। कम उम्र में अपने भाई को खोने के बाद पिता को खोना उनके लिए कठिन समय था लेकिन उन्होंने ताकत के साथ मुकाबला किया। आज वह अपना, अपने परिवार और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
अर्चना देवी
अर्चना देवी के जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, छोटी उम्र में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। अर्चना देवी के पिता का 15 साल पहले 2007 में निधन हो गया था। अर्चना बहुत छोटी थी। तभी उनके जीवन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनके भाई का देहांत हो गया। भाई को जहरीले सांप ने काट लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसी साल अर्चना यादव ने क्रिकेट के मैदान में कदम रखा।
अर्चना की मां ने कहा- फाइनल मैच देखने के लिए मैंने इन्वर्टर के पैसे इकट्ठे किए, ताकि मैं पूरा मैच देख सकूं। उनकी क्रिकेटर बेटी ने उन्हें स्मार्ट फोन दिया है, लेकिन गांव में बिजली बहुत कम है, इसलिए वह फोन के भरोसे नहीं रहना चाहतीं.
क्रिकेटर अर्चना देवी की मां का नाम सावित्री देवी है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पति और बेटे की मौत के बाद उन्होंने अपने दिन कैसे गुजारे। अर्चना की मां ने कहा- खेतों में काम किया और गुजारा करने के लिए अपनी दो गायों का दूध बेचा। मैंने अर्चना को घर से दूर हॉस्टल में रहने के लिए भेजा था तो लोग मुझे ताने मार रहे थे. सावित्री अपने बड़े बेटे के साथ एक कमरे के मकान में रहती है।
भारत की गेंदबाजी लाजवाब थी, जिसके चलते इंग्लैंड की पूरी टीम 68 रन पर आउट हो गई। अर्चना देवी ने अपने 3 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लेकर गेंदबाजी में अहम भूमिका निभाई। फाइनल में इंग्लैंड को हराकर भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम चैंपियन बनी। खिताबी मुकाबले में अर्चना देवी ने कमाल की गेंदबाजी और फील्डिंग की, उन्होंने 3 ओवर में अहम 2 विकेट लिए और एक शानदार कैच लपका.
आज पूरा देश अर्चना देवी को पहचानता है, लेकिन इस पहचान के पीछे संघर्षों से भरी एक कहानी छिपी है। कम उम्र में पिता को खोने के बाद भाई को खोना उनके लिए काफी कठिन समय था लेकिन उन्होंने मजबूती के साथ इसका सामना किया। आज वह अपना, अपने परिवार और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
भारत की गेंदबाजी लाजवाब थी, जिसके चलते इंग्लैंड की पूरी टीम 68 रन पर आउट हो गई। अर्चना देवी ने अपने 3 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लेकर गेंदबाजी में अहम भूमिका निभाई।