लिवर की बीमारी: रात में 1 से 4 के आँख बीच में खुल जाती है, तो हो जाएं सावधान! ये है लिवर की बीमारी का संकेत
पर्याप्त नींद हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। अगर जरूरत से कम नींद ली जाए तो इसका असर सेहत पर पड़ने लगता है। कई लोग ऐसे होते हैं जो रात में बार-बार जाग जाते हैं। वे इसे नोटिस नहीं करते हैं लेकिन यह एक गंभीर समस्या हो सकती है। दरअसल, एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अगर कोई व्यक्ति रात के 1 से 4 बजे के बीच जाग जाता है तो उसका लिवर बीमारी की निशानी है ऐसी स्थिति में सावधान रहें। आइए जानते हैं क्या है रिपोर्ट में..
अनुसंधान क्या कहता है?
हाल ही में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि अगर रात को हमारी नींद खराब हो जाती है तो इसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। अगर ऐसा लंबे समय तक होता है तो यह लिवर की बीमारी भी हो सकती है।
फैटी लिवर का मामला
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इसे चिकित्सकीय भाषा में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें लिवर में फैटी सेल्स जमा हो जाते हैं। जिससे लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता और शरीर के अंदर जहरीला कचरा जमा होने लगता है।
नींद क्यों टूटती है?
जर्नल ऑफ नेचर एंड साइंस ऑफ स्लीप के मुताबिक, बार-बार नींद में खलल पड़ना लिवर की बीमारी का संकेत हो सकता है। लिवर विशेषज्ञ के अनुसार अगर रात 1 बजे से 4 बजे के बीच बार-बार नींद आती है तो इसका मतलब है कि लीवर में कोई समस्या हो सकती है। क्योंकि इस दौरान लिवर हमारे शरीर को डिटॉक्स करता है। जब लिवर फैटी या सुस्त होता है, तो शरीर को डिटॉक्स और शुद्ध करने में अधिक ऊर्जा लगती है। जब ऐसा होता है तो तंत्रिका तंत्र हमें जगा देता है और नींद तुरंत शुरू हो जाती है। जब लिवर स्वस्थ होता है तो इस प्रक्रिया से नींद में खलल नहीं पड़ता।
लिवर की बीमारी का खतरा किसे अधिक होता है?
जो मोटापे के शिकार हैं
प्री-डायबिटीज या टाइप 2 डायबिटीज एक समस्या है।
जिनका फैट और ट्राइग्लिसराइड का स्तर जरूरत से ज्यादा हो।
जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होता है
थायराइड की समस्या वाले लोगों को भी इसका खतरा हो सकता है
लीवर की बीमारी से बचने के उपाय
- आहार में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज का ही प्रयोग करें।
- प्रोसेस्ड फूड न खाएं।
- अपना वजन कम रखने की कोशिश करें।
- शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।
- समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट करवाएं।