मंगलवार के दिन हनुमानजी का व्रत करने से पहले इन बातों का सदा रखें ध्यान
नई दिल्ली । 08 जून 2021, मंगलवार | वैदिक शास्त्रों में मंगल का दिन सबसे शुभ और शुभ दिन माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि हनुमानजी कलियुग में एकमात्र स्थायी भगवान हैं। हनुमानजी की भक्ति भूत, पिशाच, शनि और ग्रह बाधाओं, रोग और शोक, अदालत-कार्यालय-बंधन से मुक्ति, हत्या-सम्मोहन-उच्चाटन, दुर्घटनाओं से मुक्ति, मंगल दोष, ऋण से मुक्ति, बेरोजगारी और तनाव या चिंता से मुक्ति दिलाती है। .. कहा जाता है कि हनुमानजी की कृपा से किसी का नुकसान नहीं होता है। मंगलवार के दिन हनुमानजी का व्रत रुका हुआ काम बन जाता है और जीवन से कष्ट दूर हो जाते हैं। जानें कि क्या देखना है और रास्ते को आसान बनाने में मदद करने के लिए रणनीतियां।
मंगलवार के दिन पूजा का अनुष्ठान :-
– सूर्योदय की पहल मंगलवार के दिन जागनी चाहिए।
– नहा-धोकर साफ करना चाहिए।
– इस दिन लाल रंग पहनना शुभ माना जाता है। फिर हनुमानजी को लाल फूल, सिंदूर धारण करना चाहिए।
– हनुमानजी की प्रतिमा के सामने श्रद्धापूर्वक ज्योति जलाकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांडी का पाठ करना चाहिए।
– शाम के समय हनुमानजी को बेसन के लड्डू या खीर चढ़ाएं और बिना नमक खाए खाएं.
– मंगलवार का व्रत करने वालों को इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.
– मान्यता है कि मांगलिक दोष से पीड़ित लोगों को भी मंगलवार का व्रत करने से लाभ होता है.
– शनि की महादशा, ढैय्या या साढेसाती के कष्ट को दूर करने में भी यह व्रत काफी कारगर माना जाता है.
महाबली हनुमान का संकथारी मंत्र
पहला मंत्र :- ॐ तेजसे नम:
दूसरा मंत्र:- ॐ प्रसन्नात्मने नम:
तीसरा मंत्र:- ॐ शूराय नम:
चौथा मंत्र:- ॐ शान्ताय नम:
पाँचवाँ मन्त्र :- ॐ मारुतात्मजाय नमः
छठा मंत्र:-ऊं हं हनुमते नम:
मंगलवार की शाम हनुमानजी के सामने बैठ जाएं और इन मंत्रों का कम से कम 108 बार या जितनी बार हो सके जप करें, आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।